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बीकानेर शिक्षा विभाग के दौहरे नियमों का खामियाजा प्राइवेट स्कूलों को भुगतना पड़ रहा है। पांचवीं बोर्ड के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब शिक्षा विभाग प्राइवेट स्कूलों से प्रति स्टूडेंट्स के हिसाब से 40 फीस मांग रहा है। यह फीस बच्चों से नहीं ली जानी है, बल्कि प्राइवेट स्कूलों को खुद वहन करनी होगी।

उधर, 8वीं बोर्ड परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो गई है और किसी भी स्टूडेंट से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया गया। पांचवीं बोर्ड के स्टूडेंट्स के शुल्क को लेकर निजी स्कूल संचालकों में नाराजगी है। निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि पांचवीं बोर्ड के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 10 फरवरी से शुरू होकर 15 मार्च को पूरी हो चुकी है।

शिक्षा विभाग ने 9 मार्च को जारी गाइडलाइन में फीस के आदेश जारी किए हैं। विभाग को यदि फीस लेनी थी तो आदेश पहले ही जारी करने चाहिए थे। उधर, विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पांचवीं बोर्ड में निजी स्कूल के स्टूडेंट्स की फीस के आदेश नए नहीं है।

*आवेदन की प्रक्रिया पूरी, 15 लाख अभ्यर्थी*
अगले माह 19 अप्रैल से शुरू होने वाली पांचवीं बोर्ड परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। प्रदेश भर से करीब 15 लाख अभ्यर्थियों ने पांचवीं बोर्ड परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है।

*दो साल से नहीं हुई 5वीं बोर्ड की परीक्षा*
कोरोना के कारण पिछले दो साल से पांचवीं बोर्ड की परीक्षा नहीं करवाई गई। बिना परीक्षा के ही बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट किया गया। इस बार स्थिति सामान्य होने पर शिक्षा विभाग की ओर से परीक्षा ली जा रही है।

आठवीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स से किसी प्रकार का परीक्षा शुल्क नहीं लिया जा रहा है। पांचवीं बोर्ड परीक्षा में भी यह नियम लागू होना चाहिए। – गिरिराज खैरीवाल, प्रदेश समन्वयक, पैपा
शिक्षा सत्र 2019-20 में भी प्राइवेट स्कूलों से परीक्षा शुल्क लिया गया था। लेकिन परीक्षा नहीं करवाई गई। वे फीस विभाग के पास जमा है। – कोडाराम भादू, प्रदेशाध्यक्ष, स्कूल एजुकेशन वेलफेयर एसोसिएशन।

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