बीकानेर, पूर्व प्रधान स्व.भोमराज आर्य की चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर सोमवार को भोमराज आर्य सर्वजन परमार्थ ट्रस्ट की ओर से बरसिंगसर में श्रद्धांजलि सभा और रक्तदान शिविर आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी थे। उन्होंने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं होता। गंभीर बीमार और दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के जीवन की रक्षा के लिए यह सबसे बड़ा माध्यम बनता है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने पहली बार रक्तदान करने वाले युवाओं को शुभकामनाएं दी तथा कहा कि जनसेवा का यह जज्बा बनाए रखें, जिससे जरूरतमंद व्यक्ति को संबल दिया जा सके। उन्होंने कहा कि भोमराज आर्य ने सदैव पीड़ित और शोषित व्यक्ति की सेवा और सहायता को प्राथमिकता दी। वह सच्चे जनप्रतिनिधि थे, जो सदैव आमजन से जुड़े रहते थे। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा ऐसे आयोजन समय-समय पर किए जाएं,जिससे स्व. भोमराज आर्य की यादें चिरस्थाई बनी रहे तथा युवा उनके आदर्शों का अनुसरण कर सकें।
राज्य भूदान यज्ञ बोर्ड के अध्यक्ष लक्ष्मण कड़वासरा ने कहा कि परहित से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। स्व. भोमराज आर्य की स्मृति में गठित संस्था द्वारा दूसरों की भलाई के लिए किया जा रहा यह कार्य अनुकरणीय है।
डॉ. भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन (अंबेडकर पीठ) के महानिदेशक मदन गोपाल मेघवाल ने कहा कि रक्तदान का कोई विकल्प नहीं होता। जरूरतमंद व्यक्ति को समय पर रक्त मिलने से उसका जीवन बचाया जा सकता है।
केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेंद्र गहलोत ने कहा कि स्व. भोमराज आर्य जमीन से जुड़े जनप्रतिनिधि थे। उन्होंने नई पीढ़ी को राजनीति में पर्याप्त अवसर दिए। आज के दौर में ऐसे सिद्धांतों की महत्ती आवश्यकता है।
इससे पहले ऊर्जा मंत्री भाटी ने रक्तदान शिविर का अवलोकन किया और युवाओं की हौसला अफजाई की।
शिविर के दौरान लगभग 550 यूनिट रक्तदान हुआ। डा. कुलदीप मेहरा व डा. प्रेम पडिहार की टीम ने रक्त संग्रहण किया।
इस दौरान राम निवास, पूर्व पार्षद नंदराम गोदारा, सरपंच भंवरी देवी, सरपंच बज्जू मोहन लाल गोदारा, पूर्व सरपंच रूघा राम, जिला परिषद सदस्य ओम प्रकाश गोदारा, पूर्व जिला प्रमुख सुशीला सीवर, पंचायत समिति सदस्य अनुराधा, चारण सभा के अध्यक्ष माधोदान चारण, अलका चौधरी, शिवलाल गोदारा आदि मौजूद रहे।