बीकानेर। मुस्लिम महासभा के राष्ट्रीय सचिव एन डी क़ादरी ने बताया कि कांग्रेस ने नेहरू गांधी परिवार के बलिदान को भुला दिया है। सब अपनी कुर्सी बचाने अपने चहेते चापलूस लोगों के बीच अति विश्वास तथा गांधी परिवार का जमीनी कार्यकर्ताओं को छोड़ विश्वास घातक लोगों पर अति विश्वास भारी पड़ा है। कांग्रेस एक समुंद्र था जिसमें सब समा जाता था। लेकिन इन्दिरा गांधी एवं राजीव गांधी के बाद इसमें समुंदर में भाजपा आरएसएस के लोगो ने जगह बनानी तथा विश्वास बना कर पदाधिकारी बनते रहे। कांग्रेस कि सरकार आने आम कार्यकर्ता को पीछे धकेलने का काम इन लोगों ने बड़ी खुबसूरती के साथ अंजाम देते रहे हैं।
उदाहरण राजस्थान में मौजूदा सरकार में शासन संगठन में भाजपा आरएसएस के लोगों को खूब तवज्जो दी जाती है। नियुक्ति भाजपा आरएसएस से संबंधित लोगों को मिलती रही है। जिससे राजस्थान में काफी आक्रोश है। अल्पसंख्यक समुदाय में विशेष कर मुस्लिम समाज के लोगों के कोई काम नहीं हो रहे हैं। यहां तक इनके हक़ की बात करने के लिए वर्ष 2000 से अनेकानेक पत्रों को ईमेल के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेज कर आज तक मुख्यमंत्री कार्यालय से सिवाय आश्वासन के फोन भी आते रहे लेकिन मुस्लिम महासभा से बात कर समास्याओं का हल निकालने का मुख्यमंत्री के पास समय ही नहीं ऐसा लगता अब कांग्रेस के पास मुस्लिम समाज को चुनाव के समय वोट के लिए इस्तेमाल करने के और कोई जरूरत नहीं है। राजस्थान के इन हालात के पत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित राजस्थान प्रभारी अजय माकन को भी पत्र लिखकर अवगत करवाया गया लेकिन उन पर भी कोई असर नहीं हुआ
ऐसे में आने वाले समय में कांग्रेस को चुनाव परीणाम जैसा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। कांग्रेस के नेताओं द्वारा गलत
वक्तव्यों के और गलत को सही साबित करने के कारणों से ही कांग्रेस कि यह दुर्गति हुई हैं। कांग्रेस ने इस तरह के गलत फैसले लेने को नहीं बदला और भाजपा आरएसएस के लोगो को तरजीह देना जारी रखा तो कांग्रेस की आने वाले समय में और भी ज्यादा बुरे हालात से गुजरना पड़ सकता है।