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बीकानेर,पहले साफी साफ कर, पीछे रंग लगाय, चला जाए कैलाश को, शिव को शीश नवाय…. के घोष के बाद शुरू होता भांग का छनाव। छनाव के साथ-साथ अपने ईष्ट की आराधना ताकि कोई परेशानी न हो। छनाव पूरा होते ही मां की स्तुति। स्तुति से पहले मां को भांग लगाने के लिए भांग के टोप पर पर्दा। स्तुति पूरी होते ही हर-हर महादेव का उद्घोष और फिर शुरू होता है मौज-मस्ती का माहौल।ऐसा 15 मार्च तक हर दिन चलेगा…. – इस माहौल को देखने के लिए दर्जनों की भीड़। यह माहौल मिलता है इन दिनों मोहता चौक के पाटों पर। ऐसा 15 मार्च तक हर दिन चलेगा। – वह भी सुबह 11.56 बजे से। करीब दो घंटे चलने वाले इस आयोजन में हर दिन पांच से सात किलो भांग का छनाव होता है। – आज पांच किलो छनाव के साथ शुरू हुए इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए शहर के विजयाप्रेमी (भांग प्रेमी) बड़े उत्साह से पहुंच रहे हैं। – भांग छनाव से पहले भोले नाथ और मां दुर्गा की स्तुति होती है। इसके बाद शुरू होता है छनाव का कार्यक्रम। – आयोजक बबला महाराज बताते हैं कि अभी पानी में छनाव होता है अगले दो-तीन दिन में छनाव दूध और ड्राई फ्रूट में होगी, जिसमें दूध, केसर, काजू, अंजीर का मिश्रण होगा।
भांग सम्मेलन में पहुंचने वाले विजयाप्रेमियों के लिए चौक में मौजूद आयोजकों ने नाश्ते और आइसक्रीम की व्यवस्था की व्यवस्था भी की है। – भांग छनाव के बाद यहां मौजूद विजया प्रेमियों के लिए मिठाई, नमकीन और आइसक्रीम की व्यवस्था की जाती है। शौकीन लोग मानते हैँ कि मिठाई और आइसक्रीम का इस्तेमाल भांग का नशा चढ़ाता है। – होली के दिनों में भांग का नशा और हुडदंग सब मान्य है।
मोहता चौक में होने वाले भांग सम्मेलन में भांग प्रेमियों के साथ-साथ कई गणमान्य लोग भी पहुंचते हैं। जो भांग प्रेमियों की हौसला अफजाई करते हैं।

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