
बीकानेर,कुलाधिपति पदक प्राप्त श्रीमती गुंजन तोदी को महाराज गंगासिंह विवि में एक दिन का मानद कुलपति मनोनीत किया गया है। इस नियुक्ति के लिए कुलाधिपति ने स्वीकृति प्रदान की है। यह नियुक्ति अंतरराष्टीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च, 2022 को प्रातः 10ः00 बजे एक दिन के लिए की गई है। मानद् कुलपति महोदया श्रीमती गुंजन तोदी ने कुलपति कक्ष में कार्यभार ग़हण कर लिया है। यह उनके लिए तो बेहद सम्मान का अवसर है। तोदी मैडम का तो नाम एक दिन के कुलपति के रूप में विवि के इतिहास में दर्ज हो गया है। आज कुलपति का पद भी कई विसंगतियों से घिरा हुआ है। वैसे यह सर्व ज्ञात सत्य है कि कुलपति की नियुक्ति राजनीतिक प्रभाव व सांठ गांठ से कुलाधिपति ही करते हैं। ऐसे नियुक्ति कुलपतियों में से कई कुलपति पद की गरिमा नहीं रख पा रहे हैं। इस से समाज में कुलपति पद का मान घटा है। यह किसी से छिपी हुई बात नहीं हैं। कुलपति पद पर राजनीति और सांठ गांठ के चलते कम योग्य लोग भी काम कर रहे हैं। कुलपतियों पर वित्तीय अनियमितता, नियुक्तियां में जातिवाद और पक्षपात के आरोप हैं। कई कुलपति तो राजनीति के इनस्ट्यूमेंट तक बने होने की शिकायतें हैं। विश्वविद्यालय शिक्षा की जो दशा बनी हुई है उसके लिए सीधे रूप में कुलपति ही जिम्मेदार है। वि वि की शैक्षणिक स्थिति क्या है यह बताने की जरूरत नहीं है। ऐसे में कुलपति पद का क्या मान सम्मान रह गया है ? जिस भावना से तोदी एक दिन की कुलपति बनाई गई है ये उन कुलपतियों की साख है जिन्होंने अपना पूरा जीवन देश की शिक्षा को समर्पित कर दिया था। पद का लोभ उनको छू तक नहीं पाया। राजनीति उनको दूर से प्रणाम करती नजर आती। पक्षपात, प्रलोभन, जातिवाद और राजनीतिक पिछलग्गूपन उनके व्यवहार में नहीं था। ऐसे कुलपतियों ने राष्ट्रीय शिक्षा को दिशा दी है। तोदी आज के कुलपतियों की नहीं बीते जमाने के श्रेष्ठ कुलपतियों के पद मान की प्रतिनिधि है। वरना तो आज कौन बनना चाहेगा कुलपति।