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बीकानेर,महाराजा गंगासिंह विवि के 20 फरवरी काे हुए दीक्षांत समाराेह में उपाधियों से नवाजे गए एक लाख पांच हजार दीक्षार्थियों की डिग्रियों की जांच 11 दिन बाद भी पूरी नहीं हा़े सकी। दरअसल 2019 के पास आउट स्टूडेंट्स काे 20 फरवरी काे वर्चुअल दीक्षांत समारोह में उपाधियां से नवाजा गया था। समारोह में यू जी से लेकर पीजी तक 379 कालेजों के ये छात्र शामिल थे।

बीकानेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और चूरू के किसी काॅलेज के पास यूनिवर्सिटी से अभी तक ये डिग्रियां नहीं पहुंची। क्योंकि डिग्रियों की जांच काम अब तक पूरा नहीं हा़े सका। अमूमन एक प्रतिशत डिग्रियों में प्रिंटिंग मिस्टेक हाेती है। चैकिंग पूरी होने के बाद जिलेवार डिग्रियां भेजी जाएंगी।

सबसे पहला नंबर बीकानेर का आएगा क्योंकि लोकल जिला हाेने के कारण यहां बड़ी तादाद में स्टूडेंट्स भी हैं। इसके बाद शेष तीनों जिलों को डिग्रियां भेजी जाएंगी। माना जा रहा है कि अभी दीक्षित हुए अभ्यर्थियों के पास डिग्री पहुंचने में दो सप्ताह का वक्त और लगेगा।

स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा हाेने से दीक्षांत समाराेह में सभी काे डिग्रियां नहीं मिल पाती। इसलिए बाद में दी जाती हैं। आगामी दाे सप्ताह में डिग्रियां स्टूडेंट्स तक पहुंच जाएंगी। – प्राे.राजाराम चाेयल, परीक्षा नियंत्रक एमजीएस विवि
काम ना रुके इसलिए प्रोविजनल डिग्री दी
अगर किसी स्टूडेंट्स ने यू जी या पीजी परीक्षा पास कर ली और उसे नाैकरी या साक्षात्कार के लिए डिग्री दिखानी पड़े ताे विवि मार्कशीट के साथ प्राेवीजनल डिग्री देता है। जाे पूरी तरह मान्य है। अगर काेई अभ्यर्थी विदेश जाता है ताे उसे अलग से सर्टीफिकेट दिया जता है।

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