यूक्रेन और जर्मनी के बीच युद्ध के चलते फंसे हजारों भारतीय स्टूडेंट्स का मनोबल बढ़ाने के लिए केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधियां स्वयं रोमानिया पहुंच गए हैं। वहां बीकानेर की आकांक्षा चौधरी के साथ भी ज्योतिरादित्य ने काफी देर बातचीत की और उनसे बीकानेर के बारे में जानकारी ली।
सिंधियां बुधवार रात रोमानियां में भारतीय स्टूडेंट्स के पास पहुंचे। यहां बीकानेर की आकांक्षा चौधरी भी है जो बड़ी मुश्किल से यहां तक पहुंच सकी है। यहां से इन स्टूडेंटस को भारत के लिए रवाना किया जाएगा। ज्योतिरादित्य ने स्टूडेंट्स को बताया कि गुरुवार को ही एक हजार स्टूडेंट्स को रवाना किया जा रहा है। सभी को फ्लाइट्स का शिड्यूल दिया जाएगा। किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। सिंधिया ने आकांक्षा से बीकानेर के बारे में जानकारी ली तो एक मराठी लड़की से भी बात की। उससे कहा कि आपकी नींद तो मैंने खराब नहीं की। जब उसने मना किया तो मराठी में ही बातचीत करने लगे। बताया जा रहा है कि देर रात तक सिंधिया रोमानिया में ही स्टूडेंट्स के साथ डटे रहे। एक-एक स्टूडेंट से बातचीत की, उनके भोजन की व्यवस्थाओं के बारे में रिपोर्ट ली।
उम्मीद की जा रही है कि आज आकांक्षा को फ्लाइट मिल गई तो वो देर रात तक दिल्ली पहुंच सकती है। इसके बाद वो बीकानेर आएगी। दिल्ली से बीकानेर भी फ्लाइट से आ सकती है। दिल्ली में राजस्थान सरकार के अधिकारी पहुंचे हुए हैं जो स्टूडेंट्स को अपने अपने जिलों में भेजने की व्यवस्था कर रहे हैं।
समता नगर में रहने वाला गर्वित चौधरी शुक्रवार को बीकानेर पहुंच जाएगा। गर्वित दिल्ली पहुंच गया है। उसे फिलहाल राजस्थान हाउस में रोका गया है। वो भी यूक्रेन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। इस समय दिल्ली से बीकानेर रवाना हो रहा है। उम्मीद की जा रही है कि शुक्रवार तक वो भी बीकानेर अपने घर पहुंच जाएगा। गर्वित के पिता राजेश चौधरी यहां एग्रीकल्चर युनिवर्सिटी में काम करते हैं जबकि मां श्रीकोलायत के सरकारी स्कूल में टीचर है।