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बीकानेर,गंगासहर सीवरेज प्रोजेक्ट के तहत पर पर किए जा रहे कनेक्शन में घटिया क्वालिटी के पोचोसी पाइप लगाने का मामला सामने आया है। पाइप भी चार अलग-अलग रंगों के हैं। हैरानी की बात ये है कि आरयूआईडीपी के अभियंताओं ने साउंड लेवल पर चैक करने के बजाय थर्ड पार्टी इस्पेक्शन के आधार पर कंपनी को पांच करोड़ रुपए का पेमेंट भी कर दिया है।

गंगाशहर में सीवरेज प्रोजेक्ट का काम गुलाई 2017 में शुरू हुआ था। कुल 247 करोड़ की लागत वाला यह प्रोजेक्ट अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। इस प्रोजेक्ट से गंगाशहर के करीब दो लाख लोगों को फायदा होगा। लेकिन चैंबर निर्माण और पीवीसी पाइप की क्वालिटी को लेकर सवाल खड़े । गए है। दरअसल जब कंपनी के अधिकृत गोदाम में जाकर देखा तो पाइप टेंडर शर्तों के अनुरूप नजर आए जबकि धरातल पर तस्वीर बदली हुई थी। हमने आरयूआईडीपी के एक्सईएन को इस संबंध में जानकारी दी। पहले तो उन्होंने ऐसी किसी गड़बड़ी से ही इंकार कर दिया। लेकिन जब मौके पर ले जाकर अलग अलग रंग के पाइप दिखाए तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई गड़ बढ़ सामने आने पर अभियंता मामले की छानबीन में जुटे हैं। आरयूआईडीपी ने 4 कंपनियों की अच्छी क्वालिटी पाइप अप्रूव की थी

आबूआईडपी ने हिंदुस्तान,परम पाइप, जिंदल और अहमदाबाद की वासानी कंपनी के आरज पाइप अप्रूव किए गए थे जबकि मौके पर सीमेंट, पीले और चेरी कलर के घटिया पाइप लगे हुए नजर आए। सीवरेज कनेक्शन में पटिया क्वालिटी के पाइप लगाने की शिकायत मिली है। हमने कंपनी के गोदाम चैक किए हैं। यहां माल सही है। घरों के कनेक्शन की जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। अनुराग शर्मा, एक्स एन आर यू डीपीआई

पिछले कुछ दिनों से घटिया किस्म के पीवीसी पाइप लगाने बात कही जा रही है गंगाशहर में चौधरी कॉलोनी व्यापार नगर और वसुंधरा नगर क्षेत्र में तीन दिन तक सर्वे किया सीवर कनेक्शन के कार्य स्थल पर जाकर पाइप चेक किए तो कहीं पीले, कहाँ चैरी, कहाँ सीमेंट तो कहीं आज कलर के पाइप कनेक्शन में लगे हुए मिले। हमने कुछ स्थानों पर पाइप दबाकर देखे तो वे आसानी से चल गए गले की तरह पाइप के टुकड़े हो गए वसुंधरा नगर में प्रदीप भाटी के घर के बाहर काम चल रहा था। पूछने पर बताया कि पांच दिन पहले ही सीवर कनेक्शन हुआ था, लेकिन पाइप फट गया। पुराने पाइप को क्वालिटी घटिया है। अब 1500 रुपए में दुबारा में कनेक्शन कराया है। ऐसे ही तालात दूसरे पर के हैं। पशवंत सोनी के घर का सीवर कनेक्शन दो बार बदला गया, लेकिन दोनों बार ही पाइप फट गए। कलेक्टर से शिकायत की तो ठेकेदार का कर्मचारी गाली गलीज पर उतर आया। इसी तरह अनवर के घर का सीवर सिस्टम जाम पड़ा है। सबर लाइन के साथ परों के लिए बनाए जा रहे डेढ़ फीट गहरे चैंबर भी अमानक हैं। तीसरे दिन बिखरे हुए पदप गायब मिले। लोगों ने बताया कि ठेकेदार के श्रमिक पाइप इकट्ठा कर कर ले गए। इस एरिया में करीब छह हजार कनेक्शन हुए है। गंगाशहर वासियों ने सीवरेज कार्य की चालटी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह पाइप ज्यादा दिन नहीं चलेग पाना के तेज बाहब में पाइप फट जाएंगे। सिस्टम की हालत देख अब लोगों को खुद के पैसे खर्च करके कनेक्शन कराने पड़ रहे हैं।

सीवरेज प्रोजेक्ट अंतिम पड़ाव पर है। पर पर कनेक्शन का काम ही बचा है। एसटीपी पर एसबीआर तकनीक से दूषित पानी साफ होगा। वह पानी बरसिंगर लिग्नाइट प्रोजेक्ट के उपयोग में आएगा। इसके लिए डीपीआर पर काम चल रहा है। खास बात कि प्रोजेक्ट की शुरुआती लागत 227 करोड़ थी, लेकिन घर-घर कनेक्शन निशुल्क देने से इसकी लागत बढ़कर 247 करोड़ हो गई।

करीब 300 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में सीवरेज कनेक्शन के पाइप में बड़ा झोल सामने आया है। 300 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन में 42 हजार से अधिक घरों के सीवरेज कनेक्शन पर 28 करोड़ रुपए खर्च होंगे। अब तक 16 हजार कनेक्शन हो आइटम के आधार पर है। कंपनी को पांच करोड़ का पेमेंट हो चुका है। दरअसल आने पूरा काम ठेकेदारों के भरोसे छोड़ रखा है। सीवरेज प्रोजेक्ट का ठेका मैसर्स राजकमल बिल्डर्स के पास है। राजकमल ने अपने नीचे दो सब काटुक्टर रखे हुए हैं, जो सीवरेज लाइन बिछाने का काम कर रहे हैं। आरयूआईडीपी ने दोनों फर्म को अलग-अलग क्षेत्र बाट रखे से पों की क्वालिटी चैक करने का काम थर्ड पार्टी मैसर्स एसजीएस इंडिया लिमिटेड को दिया हुआ है। यह की फैक्ट्री में जाकर पदम चैक करती है। अब तक सौ किलोमीटर लंबे इ को मंजूरी दी जा चुकी है। जबकि पूरी गड़बड़ी लेकल पर हो रही है और यहां कोई देखने वाला नहीं है। आरयूआईडीपी काम धीमा करने पर राजकमल पर 2 लाख 35 हजार की पैनल्टी भी लगा चुका है। लेकिन काम की क्वालिटी को लेकर ना कोई जांच हुई ना ही कोई सवाल खड़े किए गए।

2017 में शुरू हुआ प्रोजेक्ट अब अंतिम पड़ाव पर

247 करोड़ रुपए,प्रोजेक्ट लागत,287 किमी,सीवरेज लाइन

42626 घरों में होंगे कनेक्शन,15995 घरों में अब तक हुए

30 एमएलडी का पंपिंग स्टेशन 20 एमएलडी एसटीपी

2 पानी की टंकी

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