जयपुर, राजस्थान में प्रदेश भाजपा की चल रही सियासी गुटबाजी के बीच पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का जन्मदिन 8 मार्च को है। पूर्व सीएम वसुंधरा गुट इसे बड़े शक्ति प्रदर्शन की तैयारी का रूप दे रहा है। जन्मदिन के बहाने वसुंधरा राजे अपने विरोधियों को सियासी ताकत का अहसास कराएगी। माना जा रहा है कि वसुंधरा के शक्ति प्रदर्शन से पूनिया कैप निशाने पर रहेगा। वसुंधरा राजे समर्थक विधायकों एवं पूर्व विधायकों ने 8 मार्च को शक्ति प्रदर्शन की पूरी तैयारी कर ली है। सूत्रों के अनुसार वसुंधरा राजे बूंदी जिले के केशोरायपाटन में अपना जन्मदिन मनाएगीं जहां पर भगवान केशवराय के दर्शन वसुंधरा राज्य सिंधिया करेंगी। वसुंधरा राजे का हाड़ौतों का दौरा चुनावी दौरा माना जा रहा। वसुंधरा राजे कैंप के विधायकों का कहना है कि इसे चुनावी शंखनाद के तौर पर देखा जाना चाहिए। क्योंकि मिशन 2023 के लिए अब मात्र डेढ़ साल बचे है।
वसुंधरा राजे ने देवदर्शन यात्रा से दिया था सियासी संदेश
उल्लेखनीय है कि इससे पहले पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया ने देवदर्शन यात्रा के बहाने शक्ति प्रदर्शन किया था। पिछले साल पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का शक्ति प्रदर्शन कई मायनों में चचा का विषय रहा वसुंधरा राजे ने देवदर्शन यात्रा के बहाने विरोधियों को साफ संदेश दिया कि वे न तो नई पार्टी बनाएगी और न ही खामोश रहेगी। भाजपा प्रदेश इकाई ने वसुंधरा राजे के देवदर्शन यात्रा से दूरी बना ली थी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि था कि वसुंधरा की देवदर्शन यात्रा से संगठन का कोई लेना देना नहीं है। कोई भी यात्रा निकालने के लिए स्वतंत्र है। वसुंधरा राजे समर्थक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने कहा कि हाड़ौती से बदलाव की शुरूआत होगी।