बीकानेर,राज्य में कोरोना की तीसरी लहर के अंतिम दौर में पहुंचने के साथ ही शिक्षा विभाग को अब एनुअल कार्यक्रम याद आ गए हैं। विभाग ने सेकेंडरी व प्राइमरी के चयनित स्कूल्स के साथ महात्मा गांधी स्कूल, संस्कृत स्कूल, कस्तुरबा स्कूल, विवेकानन्द स्कूल व मॉडल स्कूल में ही आयोजित हो सकेंगे। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। एनुअल फंक्शन मार्च के पहले सप्ताह तक ही आयोजित करने होंगे। ऐसे में फटाफट व्यवस्था करना भी इन स्कूल्स के लिए मुसीबत बन गया है। एनुअल फंक्शन में स्टूडेंट्स के साथ गार्जन, भामााशाह को सम्मानित भी किया जाएगा। स्कूल्स में आयोजन में हिस्सा लेने के लिए स्टूडेंट्स को अपने गार्जन की लिखित अनुमति लेनी होगी
निदेशालय ने कहा है कि ये कार्यक्रम परियोजना कार्यालय के माध्यम से होगा। इसके लिए सेशन 2020-21 के तहत उपलब्ध बजट का उपयोग किया जाएगा। सेकेंडरी व प्राइमरी दोनों स्कूल को इसी बजट का उपयोग करना होगा
अब जब शिक्षा सत्र समाप्त होने के कगार पर है और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की परीक्षाएं शुरू होने वाली है, ऐसे में एनुअल फंक्शन के आयोजन पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, इस आयोजन में अब बोर्ड पैटर्न एग्जाम के कारण पांचवी और आठवीं तथा बोर्ड एग्जाम के कारण दसवीं व बारहवीं कक्षा के स्टूडेंट्स नहीं बैठ सकेंगे। ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिर्फ बजट खपाने के लिए होने वाले इस आयोजन पर रोक लगनी चाहिए। वैसे भी अप्रैल में स्कूली क्लासेज के भी एग्जाम होने वाले हैं।