बीकानेर,हिंदी एवं राजस्थानी भाषा के वरिष्ठ साहित्यकार कीर्तिशेष नरपत सिंह सांखला की स्मृति में उनकी प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर दो दिवसीय साहित्यिक समारोह का आयोजन दिनांक 21 मार्च एवं 22 मार्च 2022 को स्वर्गीय नरपत सिंह सांखला स्मृति संस्थान द्वारा किया जाएगा।
संस्थान के अध्यक्ष वरिष्ठ कवि कथाकार कमल रंगा ने बताया कि इस दो दिवसीय आयोजन के संबंध में एक महत्वपूर्ण मीटिंग का आयोजन आज रानी बाजार बीकानेर स्थित संस्थान कार्यालय में रखा गया।
संस्थान की बैठक की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ कवि कथाकार कमल रंगा ने कहा कि स्वर्गीय नरपत सिंह सांखला हिंदी एवं राजस्थानी भाषा में समान रूप से बेहतरीन सृजन करते थे । उनके परिजनों द्वारा उनकी यादों को अक्षुण्ण रखने के लिए इस तरह के आयोजन में भागीदारी करना एवं उनके साहित्यिक योगदान को सामने लाना उनकी साहित्यिक विरासत को संजोने का एक महत्वपूर्ण उपक्रम है ।
संस्थान के सचिव शायर कहानीकार क़ासिम बीकानेरी ने बताया कि मीटिंग में सर्वसम्मति से तय किया गया कि दो दिवसीय समारोह के पहले दिन 21 मार्च 2021 को सांय 5ः30 बजे महाराजा नरेंद्र सिंह ऑडिटोरियम में राजस्थानी काव्य विधा की एक पुस्तक के लिए राजस्थानी भाषा के साहित्यकार को 11000 का पुरस्कार अर्पित किया जाएगा। पुरस्कार स्वरूप अभिनंदन पत्र, शॉल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह, माल्यार्पण एवं साहित्यिक पुस्तकें भेंट जाएगी। इस राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु राजस्थानी काव्य विधा की पुस्तकें 7 मार्च तक आमंत्रित की गई है ।
संस्थान के समन्वयक शिक्षाविद संजय सांखला ने बताया कि कार्यक्रम के दूसरे दिन 22 मार्च 2022 को शाम 5ः30 बजे महाराजा नरेंद्र सिंह ऑडिटोरियम नागरी भंडार में स्वर्गीय नरपत सिंह सांखला के निबंध संग्रह ‘रंग जीवनी संग’ का लोकार्पण समारोह आयोजित किया जाएगा । साथ ही नगर के हिंदी, राजस्थानी एवं उर्दू के विशेष रूप से आमंत्रित रचनाकारों का कवि सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा ।
दो दिवसीय कार्यक्रम के सफलतापूर्वक संयोजन हेतु समितियां एवं उप समितियां बनाई गई ।
मीटिंग में संस्कृतिकर्मी डॉ. मोहम्मद फारुक़ चौहान, वरिष्ठ लेखक इसरार हसन क़ादरी, कवि गिरिराज पारीक, शिक्षाविद राजेश रंगा, एड. महावीर सांखली, रेखा चौबदार, जगदीश सांखला, संजय आचार्य वरुण एवं हरि नारायण आचार्य सहित अनेक पदाधिकारियों एवं संस्थान सदस्यों ने शिरकत की।