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बीकानेर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव मंगलवार को सार्दुल गंज स्थित संभागीय सेवा केन्द्र में आध्यात्मिक उत्सव के साथ संपन्न हुआ।
मुख्य अतिथि शिक्षा एवं कला एवं संस्कृति मंत्री डाॅ.बुलाकी दास कल्ला ने कहा कि आदिदेव,महादेव सृष्टि के रचियता, सर्वशक्तिमान परमात्मा शिव को अनन्य भाव से स्मरण करने,पूजा-अर्चना एवं ध्यान करने से वे भक्तों के रोग,शोक व कष्ट को दूर करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, आध्यात्मिक आलौकिक संदेश देता कि ’’सर्व आत्माओं के पिता परमपिता परमात्मा शिव है’। उनका स्वरूप महाज्योति बिन्दू स्वरूप है। इसलिए उनकी स्मृति में ही ज्योर्तिलिंगम भारत में हर शहरों में देवादी देव महादेव के रूप में वंदनीय व पूजनीय है। परमात्मा शिव ने ही अज्ञान, अंधकार को मिटाकर ज्ञान का आलौक जगाकर विश्व को सुखमय संसार बनाते है।
डाॅ. कल्ला ने शिव पुराण  की दो लघु कथाओं के माध्यम से बताया कि पंचाक्षर मंत्र ’’ऊं नमः शिवाय’’ के जाप के साथ भक्ति भाव से जल चढ़ाने से ही परमात्मा शिव प्रसन्न हो जाते है तथा वे भक्तों की मनेमामना पूर्ण करते है। उन्होंने इस अवसर पर सबके मंगलमय, सुखमय जीवन की कामना गीताजी के श्लोक के माध्यम से की।
संभाग प्रभारी राजयोगिनी बी.के.कमल ने डाॅ.कल्ला सहित सभी उपस्थिति श्रद्धालुओं को शिव संकल्प दिलवाया। सभी ने सस्वर उनके साथ संकल्प को दोहराया। बी.के.कमल ने  यह प्रतिज्ञा करवाई कि मैं आत्मा, परमात्मा शिव की संतान हूं, उस नाते से पर चिंतन, पर दर्शन, परमत को छोड़कर स्व चिंतन, स्व दर्शन एवं ईश्वरीय मत पर चलकर सदा सर्वश्रेष्ठ कर्म करेंगे। सभी आत्माएं कल्याणकारी शिव की संतान है, उस नाते से सर्व के कल्याण के ही कर्म करेंगे। इस अवसर पर बी.के.रजनी, मीना, बी.के.राधा, ब्रह्माकुमार हंसमुख भाई ने अतिथियों का स्वागत किया तथा महाशिवरात्रि महोत्सव के महत्व बताया।

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