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बीकानेर,संभाग का सबसे बड़ा हॉस्पिटल पीबीएम अस्पताल है, यहां केवल संभाग से ही नहीं बल्कि हरियाणा, पंजाब सहित देशभर से लोग इलाज के लिए आते हैं। मरीजों के बढ़ते दायरे को देखते हुए यहां समय-समय पर भामाशाह अस्पताल प्रशासन के सहयोग हेतु बढ़चढ़ कर आगे आये हैं। सहयोग का यह काम निरंतर जारी है। जिसमें चाहे किसी वार्ड को गोद लेकर उसके खर्च को वहन करना हो, या चाहे मेडिसीन इक्यूपमेंट उपलब्ध करवाने हो। यहां तक कुछ ऐसी संस्थाएं भी काम रही है जो कि मरीजों के रहने व ठहरने की व्यवस्था भी करती है। सहयोग के इसी क्रम में प्रभा ताई ओझा स्मृति सेवा संस्थान नागपुर (महाराष्ट्र) ने पीबीएम अस्पताल के श्वसन रोग विभाग के बीबीएस, आईसीयू वार्ड को संचालन हेतु गोद लिया है। इस संबंध में पीबीएम अस्पताल प्रशासन की ओर से संस्था को एक पत्र लिखकर श्वसन रोग विभाग बीबीएस, आईसीयू वार्ड को गोद लेकर उसके संचालन हेतु आग्रह किया गया था। इस आग्रह को संस्था के अध्यक्ष रामकिशन ओझा ने तुरंत स्वीकार करते हुए वार्ड को एक साल के लिये गोद लेने व उसके व्यवस्थित संचालन हेतु हामी भरी। वार्ड को गोद लेने का कार्यक्रम मंगलवार को संपन्न हुआ। जिसमें श्वसन रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. गुंजन सोनी, डॉ. माणक गुजराणी, डॉ. राजेन्द्र सोगत, ट्रस्ट की तरफ से शिव प्रसाद शर्मा, मनोज सारस्वत, रमेश सारस्वत, बृजमोहन रामावत, पवन सारस्वत, हरिनारायण ताँवनिया, दामोदर सारस्वत आदि मौजिज लोग मौजूद थे। संस्था की ओर से शिव प्रसाद शर्मा  ने बताया कि प्रभा ताई ओझा स्मृति सेवा संस्थान ने एक साल के लिये वार्ड को गोद लिया है। इस दौरान ऑपरेशन मेंटेननेंस के लिये लगे कार्मिकों की सैलेरी, कंज्यूबल आईट्म जैसे चदर, बेड, फ्रीज, आलमारी, वाटरकूलर, एसी, पंखा, कूलर, कुर्सी-टेबल उपलब्ध करवाया गया है। शिव प्रसाद शर्मा  ने बताया कि मेडिसीन के अलावा वार्ड में अन्य जो भी खर्च आएगा उसको ट्रस्ट वहन करेगा। संस्था के इस सहयोग पर पीबीएम प्रशासन ने संस्था का आभार जताया। बता दें कि प्रभा ताई ओझा स्मृति सेवा संस्थान नागपुर की ओर से जनहितार्थ श्रीडूंगरगढ़ तहसील के गुंसाईसर बड़ा गांव में भी एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का बनाने का काम चल रहा है। अस्पताल बिल्डिंग के लिए गत दिनों नींव पूजन हुआ था। जिसमें तत्कालीन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा एवम् तत्कालीन ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने शिरकत कर भूमि पूजन किया था। गुंंसाईसर प्रभा ताई ओझा का गांव है। उनका एक सपना था कि उनके गांव में भी एक अस्पताल हो ताकि ग्रामीणों को इलाज के लिए बाहर न जाना पड़े। प्रभा ताई ओझा की जनकल्याणकारी सोच को आगे बढ़ाने का प्रयास उनके पुत्र रामकिशन ओझा कर रहे है।

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