बीकानेर, शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि जिला अस्पताल को ‘मॉडल चिकित्सा केंद्र’ के रूप में विकसित किया जा रहा है। पिछले तीन वर्षों में यहां की आधारभूत सुविधाओं में आमूलचूल सुधार हुआ है।
डॉ. कल्ला सोमवार को जिला अस्पताल में सीएसआर मद के तहत 18 लाख रुपए की लागत से पीएनसी वार्ड के नवीनीकरण कार्य का लोकार्पण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गत समय में जिला अस्पताल में डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट का निर्माण करवाया गया है। लगभग सवा करोड़ रुपए की लागत से 50 बेड क्षमता का कोविड वार्ड बनाया जा रहा है। अस्पताल को 2 नए एंबुलेंस उपलब्ध करवाए गए हैं। वहीं दानदाताओं के सहयोग से अलग से केजुअल्टी वार्ड बनाया गया है। पीएनसी वार्ड इसी श्रंखला की एक कड़ी है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी सरकार तथा दानदाताओं के सहयोग से यहां की सुविधाओं में और अधिक वृद्धि की जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्षों से राज्य सरकार ‘निरोगी राजस्थान’ की थीम पर कार्य कर रही है। कोविड संक्रमण की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद प्रदेश में चिकित्सा तंत्र सुदृढ़ीकरण पर ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। प्रदेश में मुख्यमंत्री निशुल्क दवा और निशुल्क जांच जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं चल रही हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत प्रत्येक परिवार को 10 लाख रुपए का कैशलेश बीमा लाभ देने की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि इस दौरान मेडिकल कॉलेज और पीबीएम अस्पताल में भी सुविधाएं बढ़ी हैं।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि कोविड संक्रमण के दौरान चिकित्सकों ने सराहनीय कार्य किया। इससे आमजन का डॉक्टर्स के प्रति विश्वास और प्रगाढ़ हुआ है।
जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. प्रवीण चतुर्वेदी ने बताया कि रिन्यूएबल एनर्जी द्वारा सीएसआर मद के तहत यह कार्य करवाया गया है।
इस दौरान डॉ. सीएल सोनी, डॉ. जसविंद्र गिल, डॉ. राजश्री, अनिल पारीक, पूर्व पार्षद सुनील व्यास, रामावतार बोहरा, इंद्र चंद तिवारी, अजय पारीक, उपेन्द्र शर्मा, धर्मेंद्र सिंह, मनोज जोशी आदि मौजूद रहे।