बीकानेर पीबीएम अस्पताल के हल्दीराम मूलचंद कार्डिक विंग के कार्डियो वैस्कुलर सर्जन डॉक्टर जय किशन सुथार द्वारा मरीज का दुख कम करना और दुख बांटने के लिए आज एक नवाचार कर डॉक्टर भगवान का रूप होता है कहावत को चरितार्थ किया ! कार्यक्रम अपना घर आश्रम रानी बाजार मैं रखा गया जहां एक और अपना घर आश्रम के प्रभु जी बैठे थे वहीं दूसरी तरफ वह मरीज जो पिछले कुछ समय में हदय रोग का ऑपरेशन कर रोग से निजात ले चुके थे !
डॉक्टर जय किशन सुथार पिछले 2 साल मै हृदय से संबंधित सैकड़ों ऑपरेशन सफलता पूर्ण कर चुके हैं सफल ऑपरेशन वाले मरीज भी मानसिक रूप से अपने आप को अस्वस्थ और दर्द को महसूस करते हैं ऐसे ही मरीजों के दर्द को बांटने और कम करने के लिए ऐसे कई मरीजों को डॉक्टर जय किशन सुथार द्वारा अपना घर आश्रम में आमंत्रित किया और वहां आने पर उन्हें बताया की आप इलाज के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं अपना घर आश्रम में रहने वाले प्रभु लोगों से मिलाने का उद्देश्य यही एकमात्र था कि आप स्वस्थ सपरिवार अपने जीवन यापन की क्रिया प्रतिदिन कर रहे हैं मगर यहां रहने वाले प्रभु लोगों का दुख अपने दुख से कहीं ज्यादा है
कार्यक्रम में आए स्वस्थ मरीजों ने डॉक्टर जय किशन सुथार का माल्यार्पण कर दिल की गहराइयों से स्वागत किया और उन्हें इसी प्रकार मरीजों की सेवा करने का आशीर्वाद भी दिया जिनका ऑपरेशन हुआ हुआ था और जो स्वस्थ हो चुके उन्होंने इलाज के दौरान डॉक्टर साहब के व्यवहार और उनके द्वारा किया गया कम खर्च का इलाज की भरपूर प्रशंसा की स्वस्थ मरीजों द्वारा बोले गए शब्दों को सुनकर डॉक्टर जय किशन सुथार आत्म विभोर हो गए! जय किशन सुथार ने स्वस्थ मरीजों के हाथों से ही अपना घर आश्रम के प्रभु जनों को फलाहार की व्यवस्था की इस अवसर पर कुछ परिवार के सदस्य शुभचिंतक उपस्थित रहे अपना घर आश्रम में इस प्रकार का पहला आयोजन किया गया