जयपुर, जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत प्रदेश के ग्रामीण परिवारों के लिए करीब 5 लाख (4 लाख 98 हजार 861) नए ‘हर घर जल‘ कनेक्शन की मंजूरी दी गई है। ये स्वीकृतियां 474 नई परियोजनाओं के तहत जारी की गई है, इन पर 6 हजार 155 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी ने बताया कि इससे 18 जिलों अजमेर, अलवर, बीकानेर, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, श्रीगंगानगर, पाली, सिरोही, उदयपुर, चितौड़गढ़, सीकर, भरतपुर, राजसमंद, जोधपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर एवं प्रतापगढ़ के 2486 गांवों में हजारों ग्रामीण परिवारों को सीधा फायदा होगा। डॉ. जोशी ने बताया कि इसके साथ ही प्रदेश में अब तक जेजेएम के तहत 38 हजार से ज्यादा गांवों में करीब 9 हजार 800 ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं में 91 लाख से अधिक परिवारों को ‘हर घर जल‘ कनेक्शन की स्वीकृतियां जारी की जा चुकी है।
जेजेएम के अन्तर्गत राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति (एसएलएसएससी) की 32 वीं बैठक अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) सुधांश पंत की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित बैठक में प्रदेश में नई पेयजल परियोजनाओं के अलावा डीपीआर तैयार करने, तीन जिलों में नल कनेक्शन से शेष रही स्कूल, आंगनबाड़ी एवं स्वास्थ्य केन्द्रों जैसी संस्थाओं को नल कनेक्शन देने तथा मरूस्थलीय क्षेत्रों सहित जेजेएम के तहत ‘हर घर जल‘ कनेक्शन में कवर नहीं हो सकने वाले विशिष्ट क्षेत्रों में सामुदायिक टांका एवं वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर निर्माण जैसे महत्वपूर्ण प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई।
रेग्यूलर विंगः 16 जिलों में एक लाख 7 हजार ‘हर घर जल‘ कनेक्शन मंजूर—
जलदाय मंत्री ने बताया कि रेग्यूलर विंग के तहत प्रदेश के 16 जिलों के 640 गांवों में 469 सिंगल एवं मल्टीविलेज परियोजनाओं में 765 करोड़ रुपये की लागत से एक लाख 7 हजार 241 ‘हर घर जल‘ कनेक्शन की मंजूरी दी गई। इसमें अलवर जिले में 235 गांवों की 324 योजनाओं में 241.96 करोड़ रुपये की लागत से 44 हजार 731, भरतपुर में 43 गांवों की 22 योजनाओं में 44.11 करोड़ रुपये की लागत से 9435, बीकानेर में 10 गांवों की 10 योजनाओं में 7.65 करोड़ रुपये की लागत से 998, चितौड़गढ़ में 2 गांवों की 2 योजनाओं में 3.52 करोड़ रुपये की लागत से 446, दौसा में 15 गांवों की 10 योजनाओं में 14.68 करोड़ रुपये की लागत से 2 हजार 14, धौलपुर में 13 गांवों की 11 योजनाओं में 11.80 करोड़ रुपये की लागत से 1965, डूंगरपुर में 19 गांवों की 19 योजनाओं में 35.83 करोड़ रुपये की लागत से 6210, श्रीगंगानगर में 45 गांवों की 9 योजनाओं में 26.87 करोड़ रुपये की लागत से 3 हजार 336, हनुमानगढ़ में 15 गांवों की 9 योजनाओं में 6.27 करोड़ रुपये की लागत से 778, जैसलमेर में 60 गांवों की 4 योजनाओं में 231.51 करोड़ रुपये की लागत से 10 हजार 208, जोधपुर में 3 गांवों की 2 योजनाओं में 2.30 करोड़ रुपये की लागत से 309, पाली में 2 गांवों की 2 योजनाओं में 6.06 करोड़ रुपये की लागत से 665, राजसमंद में 2 गांवों की एक योजना में 2.34 करोड़ रुपये की लागत से 125, सीकर में 81 गांवों की 79 योजनाओं में 36.11 करोड़ रुपये की लागत से 6499, सिरोही में 2 गांवों की 2 योजनाओं में 73 लाख रुपये की लागत से 207 तथा उदयपुर में 87 गांवों की 58 योजनाओं में 82.29 करोड़ रुपये की लागत से 18 हजार 77 ‘हर घर जल‘ कनेक्शन दिए जाएंगे।
मेजर प्रोजेक्ट्सः 6 जिलों में 3 लाख 91 हजार 620 ‘हर घर जल‘ कनेक्शन स्वीकृत—
डॉ. महेश जोशी ने बताया कि वृहद पेयजल परियोजनाओं के तहत प्रदेष के अजमेर, जोधपुर, प्रतापगढ़, भरतपुर, धौलपुर एवं उदयपुर के 1846 गांवों के लिए 5 स्कीम्स में 5390 करोड़ रुपये की लागत से 3 लाख 91 हजार 620 ‘हर घर जल‘ कनेक्शन के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इसमें अजमेर में बीसलपुर प्रोजेक्ट से भिनाय एवं मसूदा की जलप्रदाय योजनाओं के तहत 211 गांवों में 52 हजार 286 ‘हर घर जल‘ कनेक्शन के लिए 451.16 करोड़ रुपये, इंदिरा गांधी नहर परियोजना से जोधपुर जिले में रानेरी-सिरदा-बारू जलप्रदाय योजना के तहत 27 गांवों में 6 हजार 156 ‘हर घर जल‘ कनेक्शन के लिए 93.99 करोड़ रुपये, जाखम डैम से प्रतापगढ़ जिले की जलप्रदाय योजना के तहत 524 गांवों में 82 हजार 525 ‘हर घर जल‘ कनेक्शन के लिए 1062.77 करोड़ रुपये, चम्बल नदी से भरतपुर एवं धौलपुर की जलप्रदाय योजनाओं के तहत 781 गांवों में एक लाख 98 हजार 630 ‘हर घर जल‘ कनेक्शन के लिए 3106.31 करोड़ रुपये तथा सोम कमला आमला बांध से उदयपुर जिले की जलप्रदाय योजना के तहत 303 गांवों 52 हजार 23 ‘हर घर जल‘ कनेक्शन के लिए 676.73 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई।
सामुदायिक टांका निर्माण के लिए 356.85 करोड़ रुपये—
उन्होंने बताया कि जेजेएम में प्रदेश के मरूस्थलीय इलाकों सहित कुछ ऐसे क्षेत्र जिनमें पाइपलाइन के माध्यम से ‘हर घर जल‘ कनेक्शन के माध्यम से पेयजल आपूर्ति सम्भव नहीं है, उन क्षेत्रों में सामुदायिक टांका निर्माण के लिए 356.85 करोड़ रुपये मंजूर किए गए। इसके तहत जैसलमेर, पाली, बाड़मेर, जोधपुर एवं अलवर जिलों में जेजेएम में ‘हर घर जल‘ कनेक्शन से कवर नहीं हो सकने वाले क्षेत्रों में वर्षा जल का संरक्षण एवं स्टोरेज के लिए 30 हजार लीटर क्षमता के करीब 20 हजार टांकों का निर्माण किया जाएगा। इनमें सोलर लिफट भी लगाई जाएगी। इससे इन 5 जिलों में डेढ़ लाख से अधिक परिवार लाभान्वित होंगे। इसके अलावा सीकर जिले में स्वीकृत योजनाओं में एमएनआरई (नवीन एवं नवीनीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय) द्वारा अधिकृत सोलर पैनल लगाने के लिए 36.72 करोड़ रुपये के प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति के प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई।
तीन जिलों की संस्थाओं में ‘नल कनेक्शन‘ की राशि मंजूर—
बैठक में सीकर जिले में नल कनेक्शन से शेष स्कूल, आंगनबाड़ी एवं स्वास्थ्य केन्द्र जैसी 47 संस्थाओं पर नल कनेक्शन देने के लिए 43.72 लाख रुपये, झालावाड़ में नल कनेक्शन से शेष 566 स्कूल एवं आंगनबाड़ी में नल कनेक्शन के लिए 396.20 लाख रुपये तथा चितौड़गढ़ में 91 स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में नल कनेक्शन के लिए 90.03 लाख रुपये की स्वीकृति भी जारी की गई है। साथ ही अलवर, भरतपुर एवं धौलपुर जिलों में मेजर प्रोजेक्ट के तहत करीब 1500 गांवों सहित कुछ शहरी व अन्य भागों में ‘हर घर जल‘ कनेक्शन देने की योजना की डीपीआर तैयार करने के लिए 27.93 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है।