जयपुर ,मनस्विता समूह और प्रधी साहित्य एवं सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में ‘ डियर साहित्यकार सम्मेलन- 2022 ऑनलाइन आयोजित हो रहा है। 6 दिन ऑनलाइन चलने वाले इस अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक आयोजन के 27 सत्रों में सिनेमा गीत संगीत , कला ,संस्कृति, भाषा , साहित्यिक विमर्श पुस्तक परिचर्चा, लेखक से बातचीत आदि विषयों पर 80 से अधिक साहित्यकार और कलाकार भाग लेंगे। संयोजक डॉ राकेश कुमार ने बताया कि डियर साहित्यकार सम्मेलन का उद्घाटन और शुरुआत प्रसिद्ध बॉलीवुड गीतकार कवि इरशाद कामिल व प्रसिद्ध कवि नरेश सक्सेना की बातचीत -‘कौन कवि कौन गीतकार’ से होगी ।
कार्यक्रम के फाउंडर डायरेक्टर सुनील नरनोलिया ने बताया कि सम्मलेन के कुछ सत्र सिनेमा और साहित्य को समर्पित होंगे , जिनमें से एक सत्र में प्रसिद्ध अभिनेता यशपाल शर्मा- सिनेमा और लोक सरोकार व अपनी फिल्म दादा लख्मीचंद पर बातचीत करेंगे, एक अन्य सत्र में साहित्यकार मालिनी गौतम प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता राजेंद्र गुप्ता से उनके कार्यों पर चर्चा करेंगी। डिअर साहित्यकार सम्मलेन का एक विशेष सत्र महान गीतकार कवि शैलेंद्र के संगीत को समर्पित होगा जिसमें रूस से शैलेंद्र अध्येता डॉ इंद्रजीत सिंह, शैलेंद्र की बेटी साहित्यकार अमला शैलेंद्र, बेटे फिल्म निर्देशक दिनेश शैलेन्द्र, मनोज शैलेंद्र से बातचीत करेंगे।
मुख्य संयोजक डॉ दुर्गा प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि कार्यक्रम में साहित्यकार ममता कालिया, चित्रा मुद्गल, सुधा अरोड़ा , लंदन से प्रवासी कथाकार तेजेंद्र शर्मा, जकिया जुबेरी, नार्वे से कवि सुरेश चंद्र शुक्ल आलोक, सहित प्रोफेसर अजय नावरिया ,जयप्रकाश कर्दम, भंवर मेघवंशी, बाल साहित्यकार दीनदयाल शर्मा, दिविक रमेश, आनंद वर्धन शुक्ला , हेतु भारद्वाज, राजाराम भादू, ब्रज रतन जोशी, प्रसिद्ध व्यंग्यकार प्रेम जनमेजय इंडिया बुक ऑफ ट्रस्ट के अध्यक्ष लालित्य ललित, प्रसिद्ध आलोचक पुरुषोत्तम अग्रवाल, सुमन केसरी, व्यंग्यकार फारुक अफरीदी, प्रोफेसर नरेश दाधीच, प्रोफेसर शंभु गुप्त, प्रोफ़ेसर माधव हाड़ा, प्रोफ़ेसर बजरंग बिहारी तिवारी, प्रो संजीव भानावत, प्रोफेसर शैलेंद्र शर्मा (उज्जैन) गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रो संजीव दुबे , प्रो राकेश गोस्वामी, हिंदी रंगमंच के कलाकार अभिनेता रवि झाँकल, प्रसिद्ध रंगकर्मी रमेश बोराना, कपिल शर्मा , प्रियदर्शनी मिश्रा भी शामिल होंगे।
राजस्थानी पर रखे गए एक विशेष सत्र में राजस्थानी के प्रसिद्ध साहित्यकार नंद भारद्वाज, आईदान सिंह भाटी ,कवि नीरज दहिया ,डॉ राजेश व्यास, प्रो गजादान चारण, राजस्थानी भाषा और साहित्य पर बात करेंगे। आदिवासी चिंतक उपन्यासकार हरिराम मीणा, प्रोफेसर राम लखन मीणा, प्रसिद्ध उद्घोषक यूनुस खान (मुंबई ) राजस्थान की स्वर कोकिला सीमा मिश्रा, वीणा मोदानी, सिनेमा और संगीत के अध्येता पवन झा आदि भी ऑनलाइन विभिन्न चर्चाओं में हिस्सा लेंगे।