बीकानेर सत्ता में चल रहे सियासी नियुक्तियों के दौरे में बहुप्रतिक्षित बीकानेर नगर विकास न्यास चैयरमेन की नियुक्ति के लिये नाम तय हो चुका है, लेकिन नियुक्ति में बरती जा रही देरी ने दावेदारों की तादाद बढ़ा दी है। इससे विरोध का माहौल बन जाने के बाद घोषणा अटक गई। वहीं सोशल मीडिया पर न्यास चैयरमेन के लिये नित नये नाम लगातार वायरल हो रहे है। इससे मामला ज्यादा गरमाता जा रहा है। बीते सप्ताह तक खबर आई थी कि न्यास चैयरमेन के लिये पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर का नाम तय कर दिया और जल्द ही इसकी घोषणा की जा रही है। इसकी भनक लगने के बाद न्यास चैयरमेनशीप के दूसरे दावेदार और उनके समर्थकों ने जयपुर में डेरा डाल कर सत्ता पर में दबाव बनाना शुरू कर दिया दबाव बनाने वालों में अल्पसंख्यक लॉबी के नेता प्रमुख रूप से शामिल रहे, जो बीते तीन साल से न्यास चैयरमेनशीप के लिये अपनी दावेदारी कर रहे है। इसके अलावा न्यास चैयरमेनशीप के प्रमुख दावेदार रहे रमेश अग्रवाल कालू, अरविन्द मिट्टा और वरिष्ठ नेता गोपाल गहलोत ने भी अपना दबाव बनाना शुरू कर दिया। इस मामले को लेकर बड़ी खबर यह सामने आई है कि सीएम अशोक गहलोत ने न्यास चैयरमेनशीप के लिये कन्हैयालाल झंवर के नाम पर अपनी मोहर लगा दी थी, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने हस्तक्षेप करके नियुक्ति रुकवा दी। इसके बाद दिए है। बीकानेर में न्यास चैयरमेनशीप के दावेदारों की तादाद दुगुनी हो जाने और सियासी खिंचतान बढ़ने से मामला एक बार फिर अटक गया। पुख्ता खबर है कि न्यास चैयरमेन की नियुक्ति का दिन नजदीक ही बताया जा रहा है। इसके साथ ही दावेदारों ने भी जयपुर से दिल्ली तक अपने-अपने घोड़े दौड़ाने शुरू कर
डॉ. कल्ला की सियासी प्रतिष्ठा दाव पर
न्यास अध्यक्ष की नियुक्ति शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है। माना जा रहा है कि डॉ. कल्ला बीकानेर शहर कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति के मामले में सियासी मात खा गए थे, लेकिन अब वे न्यास अध्यक्ष के लिए पूरी जोर आजमाइश कर रहे हैं। वे हर हाल में अपने चहेते को इस कुर्सी पर काबिज कराने के लिए डटे हैं। खबर है कि सीएम ने न्यास अध्यक्ष के लिए उनसे तीन नाम भी लिए हैं। हालांकि, डॉ. कल्ला किसी एक नाम पर ही अड़े हुए हैं। न्यास अध्यक्ष पद पर वैश्य और मुस्लिम वर्ग की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। इसके अलावा ओबीसी और अन्य वर्ग की दावेदारी भी कम नहीं है। वैश्य समाज से रमेश कुमार अग्रवाल (कालू), सुशील धिराणी, कन्हैयालाल झंवर, प्रमोद खजांची, मुस्लिम वर्ग से मकसूद अहमद, मोहम्मद हारून राठौड, इकबाल समेजा, पंजाबी समाज से अरविंद मिनडा के नाम प्रमुखता से सामने आ रहे हैं। फिलहाल न्यास अध्यक्ष पद पर कन्हैयालाल झंवर का नाम प्रमुखता से सामने आया है। झंवर, पिछला विधानसभा चुनाव बीकानेर पूर्व क्षेत्र से हार गए थे। बताया जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें न्यास अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप कर बाद में अगले चुनाव में उन्हें मौका देकर यह सीट निकाल सकती है। लेकिन जैसे ही न्यास अध्यक्ष पर उनका नाम सुर्ख़ियों में आया तो विरोधी लॉबी सक्रिय हो गई। हालांकि, खुले तौर पर अभी कोई कांग्रेस नेता सामने नहीं आ रहे हैं लेकिन अंदरखाने में हलचल जरूर मची हुई है।