बीकानेर,पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी द्वारा राज्य सरकार के द्वारा गौचर , ओरण के कब्जाधारियों को पट्टे जारी करने के निर्णय के खिलाफ बेमियादी धरना 38 वें दिन भी जारी रहा । आज धरना स्थल पर गीतासार व गौ कथा का वाचन बालसंत श्रीछैल बिहारी जी ने किया । गोचर आन्दोलन को समर्थन देने के लिए गांव ढाणी से लोग चल कर आ रहे है ।
वही गोचर दीवार निर्माण के लिए भामाशाहों द्वारा दिल खोल कर सहयोग किया जा रहा है । आज गौ प्रेमियों द्वारा 9600/- की राशि गुप्तदान भेंट की गयी वंही विप्र सेना प्रमुख सुनील तिवाड़ी ने इक्यावन हजार रुपए की राशि पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी को भेंट की।
धरना स्थल पर दानदाताओं, गौ भक्तों का देवकिशन चांडक,युवा नेता अंशुमान सिंह भाटी ने स्वागत किया ।
गोचर धाम में चल रही गौ कथा में आज मुख्य यजमान का दायित्व आरती – सुखसिंह बीदावत मण्डाल, दम्पति ने निभाया । आज कथा में बालसंत श्री बिहारी जी ने कहा गौ कथा एवं गीतासार का वाचन कर गौ भक्तों को भाव विभोर कर दिया । बालसंत ने गीता के संस्कृत श्लोकों का वाचन कर उनका हिन्दी अनुवाद बतलाया गया वंही गौ कथा में गाय की महिमा बतलाई बाल संत ने कहा कि गाय पर पूर्व में कभी विपत्ति आती तो क्षत्रिय के साथ ब्राह्मण भी शस्त्र हाथ मे उठा लेता था गाय से मिलने वाले उत्पादों जैसे दूध,गोबर, मूत्र का अन्य उत्पादों में बदलकर गौ पालक के साथ किसान व्यापारी सभी जुड़ जाते है इसलिए देवीसिंह भाटी द्वारा चलाए इस आंदोलन में हर वर्ग का दायित्व बनता है कि वह इसमें पूर्ण सहयोग देवें ।
आज धरना स्थल पर मुख्य रूपलक्ष्मणसिंह सोढा नारायणसर,महेंद्र सिंह पैथडो की ढाणी, जोगेंद्र सिंह,महेंद्र सिंह,विजय सिंह हदां,भीमसिंह, उम्मेदसिंह हिराई की ढाणी, गोपाल जोशी के अलावा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से भाटी को समर्थन देने पहुंचे ।