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बीकानेर,साढ़े चार माह पहले नयाशहर थाना क्षेत्र में हुई करीब एक करोड़ की चोरी के मामले में पुलिस ने अब चुप्पी साध ली है। पुलिस इस मामले में एक महिला और एक पुरुष को पकड़ चुकी है, लेकिन माल बरामदगी का आंकड़ा सिफर (शून्य) है। पीड़ित परिवार लाखों के जेवर नकदी वापस मिलने की आस लगाए हुए जबकि पुलिस की मानें, तो माल के रूप में ढेला भी बरामद नहीं किया है।

नयाशहर थाना क्षेत्र में तीन अक्टूबर की रात को पूगल रोड बीएसटीसी कॉलेज वाली गली में दीपक ओझा के घर चोरों ने करीब एक करोड़ रुपए का माल समेट लिया था। वारदात को एमपी की पारदी गैंग ने अंजाम दिया। पुलिस करीब 13 दिन तक एमपी में डेरा डाले रही। वहां से एक महिला व एक पुरुष को पकड़ कर लाई। आरोपियों को जेल भिजवा दिया लेकिन माल कुछ बरामद नहीं हुआ। जांच के नाम पर केवल पुलिस की दबिश ही चलती रही है। वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी पुलिस के अब तक हाथ नहीं लगे हैं। पुलिस टीम दो बार एमपी भी जाकर आ चुकी है। अब फिर से एक टीम एमपी जाने के लिए तैयार है।

जामसर थाना क्षेत्र के मालासर गांव में श्री जसनाथ महाराज के मंदिर व बाड़ी के महंत के घर करीब दो साल पहले हुई 80 लाख की चोरी का पुलिस आज तक खुलासा नहीं कर पाई है। कोलटगेट व जेएनवीसी थाना क्षेत्र में सिगरेट व इलेक्ट्रोनिक्स के गोदाम में हुई चोरियों में भी यही हाल है। नयाशहर थाना क्षेत्र में पौने दो साल पहले पीआर ज्वैर्ल्स के यहां हुई चोरी में पुलिस ने एक चोर पकड़ा। ज्वैलर्स शोरूम से करीब आधा किलो सोने एवं 20 किलो चांदी के जेवर चुरा ले गए थे। पुलिस केवल पांच किलो 325 ग्राम चांदी बरामद कर शांति से बैठ गई। इस मामले में मुख्य चोर पकड़ा गया लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा

पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठ गई है। मुख्य चोर अब तक नहीं पकड़े गए हैं। माल बिल्कुल भी बरामद नहीं हुआ है। करीब 95 लाख की चोरी हुई है। मानसिक संताप अलग झेल रहे हैं। दीपक ओझा, पीड़ित

पुलिस मशक्कत कर चोरों को पकड़ती है। चोरों से माल बरामद करने हैं, का भरकस प्रयास करती है लेकिन चोर वारदात कई महीनों बाद पकड़ में आते हैं। तब तक वह उस माल को खर्च कर चुके होते हैं। जिले में हुई बड़ी चोरियों को लेकर पुलिस काम कर रही है। चोरों का पीछा छोड़ा नहीं है। अब फिर से एमपी एक टीम को भेजा जाएगा। योगेश यादव, पुलिस अधीक्षक

जिलेभर में बाइक चोरी की घटनाएं थम नहीं रही। बाजार में पांच से दस मिनट के बीच में बाइक स्कूटी चोरी हो रही है। पुलिस चोरी के आंकड़े छुपाने पर जोर देती है। पुलिस सूत्रों की मानें तो हर साल 700 से अधिक बाइक चोरियां हो रही हैं। चोरी हुई बाइकों में से 20 फीसदी ही पुलिस बरामद कर पाती है।

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