बीकानेर कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि पाँच सौ से अधिक वर्ष पुराने बीकानेर शहर की ऐतिहासिक विरासत को संजोए रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। राज्य सरकार भी इसके लिए प्रतिबद्ध है।
डॉ कल्ला शुक्रवार को जस्सूसर गेट, नत्थूसर गेट, शीतला गेट तथा गोगागेट के सौंदर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह चारों दरवाजे परकोटे के प्रवेश द्वार हैं, इनके सौंदर्यकरण तथा रख-रखाव से इनका पुराना वैभव पुनः सामने आ सकेगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में जस्सूसर गेट, नत्थूसर गेट और गोगागेट के एक-एक दरवाजे थे। शहर की आबादी बढ़ने के साथ-साथ यहां यातायात की समस्या होने लगी। इसे देखते हुए तीनों दरवाजों को त्रिपोलिया बनाया गया। अब पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग द्वारा इन दरवाजों का सौन्दर्यकरण किया गया है तथा इन पर आकर्षक लाइटिंग करने के साथ ही इन पर पुरा महत्व की छतरियां भी बनाई गई हैं। इससे इन दरवाजों की खूबसूरती बढ़ेगी और देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेगी। उन्होंने कहा कि बीकानेर ‘हजार हवेलियों के शहर’ के नाम से विश्व में प्रसिद्ध है। यहां की पुरा संपदा को संजोए रखने के प्रयास सरकार द्वारा किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीकाजी की टेकरी के रख-रखाव का कार्य भी प्रगति पर है। राज्य सरकार द्वारा भविष्य में भी महत्व की धरोहरों का संरक्षण किया जाएगा।
*जस्सूसर गेट से की शुरुआत*
कला एवं संस्कृति मंत्री ने सबसे पहले जस्सूसर गेट के सौंदर्यकरण कार्य का लोकार्पण किया। उन्होंने हेड पोस्ट ऑफिस से नया शहर थाने तक वॉल टू वॉल सड़क बनाने, बिजली के बेतरतीब तारों को दुरुस्त करने तथा डिवाइडर बनवाने के निर्देश दिए। इसके बाद नत्थूसर गेट, शीतला गेट के कार्यों का लोकार्पण किया। डॉ. कल्ला अंत में गोगागेट पहुंचे जहां त्रिपोलिया की सफाई व्यवस्था को और अधिक दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इस दौरान बड़ी संख्या में आमजन ने डॉ. कल्ला से मुलाकात की तथा अपनी समस्याएं भी रखी।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, नगर विकास न्यास सचिव नरेंद्र सिंह राजपुरोहित, नगर विकास न्यास पूर्व अध्यक्ष मकसूद अहमद, जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डीपी पच्चीसिया, रमेश अग्रवाल, पुरातत्व विभाग के वृत्त अधीक्षक महेंद्र कुमार निम्हल सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।