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बीकानेर। इंस्टाग्राम, फेसबुक, स्नैपचैट जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की डिजिटल दोस्ती नाबालिग बच्चों को बर्बाद कर रही है। गंगाशहर निवासी 15 वर्षीय बालिका भी इसी तरह की दोस्ती में मुसीबत में पड़ने वाली थी। गंगाशहर पुलिस की संवेदनशीलता से बालिका बच पाई।

दरअसल, बुधवार शाम पुलिस को सूचना मिली कि 15 वर्षीय बालिका घर से गायब है। बिन पिता की बालिका अपने दादा व मां के साथ रहती है। दादा ने अनहोनी की आशंका जताई। बताया कि उनकी पोती एक एटीएम भी लेकर गई है। एटीएम से जुड़े बैंक में साढ़े तीन लाख रूपए भी है। गंगाशहर सीआई लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने औपचारिकताओं को टालते हुए सबसे पहले बालिका को ट्रेस करने के प्रयास शुरू किए। साईबर सैल के दीपक यादव से तकनीकी सहायता प्राप्त कर बालिका को ट्रेस करने का प्रयास किया। कांस्टेबल प्रीतम की मदद से एटीएम ब्लॉक करवाया गया। दीपक यादव ने बताया कि बालिका जयपुर की तरफ गई है। सीआई राठौड़ ने तुरंत कांस्टेबल चंद्रभान के साथ बालिका के परिजनों को जयपुर की ओर रवाना कर दिया। राजगढ़, सीकर व फतेहपुर पुलिस को फोटो आदि भेजकर तलाशी के लिए कहा गया। वहां की पुलिस ने बीकानेर की ओर से आई बसों की तलाशी ली, मगर बालिका नहीं मिली। बालिका जयपुर के सांगानेर एयरपोर्ट पर पहुंच चुकी थी। वहां उसने एटीएम स्वाइप किया। एटीएम ब्लॉक होने से पैसे तो नहीं निकले में वह ट्रेस हो गई। उसी दौरान बालिका के परिजन व कांस्टेबल चंद्रभान जयपुर पहुंच चुके थे। सीआई राठौड़ के निर्देश पर बालिका को बरामद कर लिया गया।

सीआई राठौड़ ने बताया कि पूछताछ में बालिका ने बताया कि उसकी रांची(झारखंड) के एक युवक से डेढ़ साल पूर्व दोस्ती हुई थी। वह उसी के पास जा रही थी। जयपुर से फ्लाइट पकड़कर दिल्ली व दिल्ली से रांची जाने का प्लान था। एटीएम ब्लॉक होने से उसकी टिकट नहीं बन सकी और वह जयपुर में ही अटक गई। यहां से वह वन साइड ओला करके जयपुर गई थी, इसलिए रास्ते की चैकिंग में पकड़ में नहीं आई।

सीआई के अनुसार युवक व बालिका दोनों में दोस्ती थी। उसने यह बताया है कि युवक ने लॉटरी लगने की बात कही थी और एटीएम लेकर रांची बुलाया था।

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