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बीकानेर संगीतकार बप्पी लहरी के दिल में राजस्थान के गीत, संगीत और यहां के कलाकारों के लिए विशेष स्थान रहा। राजस्थान में जाए-जन्मे और हिन्दी फिल्म जगत रहे हैं। से जुड़े राजस्थान के संगीतकारों गायक कलाकारों और गीतकारों से उनके गहरे संबंध भी रहे।

बीकानेर के गायक कलाकार रफीक सागर ने वर्ष 1980 में रिलीज हुई फिल्म गजल ..अब जो बिछड़े तो मिले या न मिले’ में आवाज दी थी। इस फिल्म के संगीतकार बप्पी लहरी थे। फिल्म में अमजद खान, राकेश रोशन, बिनोद मेहरा, विद्या सिंह और योगिता बाली ने अभिनय किया था। बीकानेर के संगीतकार अली-गनी के भी बप्पी लहरी से अच्छे संबंध

‘प्यारा दुश्मन’ की एक गायक कलाकार रफीक सागर बताते हैं कि बप्पी लहरी रिकॉर्डिंग के दौरान कलाकारों का हौसला बढ़ाने के साथ-साथ उनको प्रोत्साहित भी करते थे। प्यारा दुश्मन की गजल की रिकॉर्डिंग के दौरान भी उन्होंने यही किया था और उनका हौसला बढ़ाया था। सागर के अनुसार बप्पी दा को कला और कलाकारों की अच्छी परख थी।
केसरिया बालम…हुए प्रभावित
बप्पी दा को एक बार उनके घर पर मांड राग को सुनाने का अवसर मिला। रफीक सागर के अनुसार बप्पी दा को केसरिया बालम गीत के बोल और राग अधिक पसंद आए। उन्होंने कहा था कि राजस्थान की माटी ही सुरीली है।

गायक कलाकार मोहम्मद रफीक कादरी फिल्म प्यारा दुश्मन के रिलीज होने की यादों को ताजा करते .से बताते है कि वर्ष 1980 में उन्होंने घोड़ा तांगा के दोनों ओर इस फिल्म “के पोस्टर लगाकर और माइक से प्रचार किया था। कादरी के अनुसार उस दौर में इस फिल्म के गाने बहुत प्रसिद्ध रहे।

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