Trending Now




बीकानेर,गरीबों के राशन पर डाका डालने का मामला सामने आया है। रसद विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों पर राशन को गबन करने का आरोप लगा है। यह मामला पाबूबारी के बाहर रहने वाले द्वारकाप्रसाद हटीला पुत्र भंवरलाल हटीला की ओर से इस्तगासे के माध्यम से कोटगेट थाने में दर्ज कराया गया है।
उसने रिपोर्ट में तत्कालीन प्रवर्तक निरीक्षक जिला रसद अधिकारी मार्च, 2017 व 2018, जिला रसद अधिकारी, कम्प्यूटर इंफोर्मेशन असिस्टेंट जिला रसद अधिकारी बीकानेर, कोलायत तहसील क्रय विक्रय सहकारी समिति कोलायत सहित अन्य पर लाखों रुपए के गेइूं का गबन करने का आरोप लगाया है।
उसने रिपोर्ट में बताया कि पाबूबारी सहकारी उपभोक्ता भंडार लिमिटेड़ वार्ड नंबर १० बीकानेर में उचित मूल्य दुकान रसद विभाग की ओर से आबंटत है, जिसका प्रार्थी अध्यक्ष है। खाद्यान्न आबंटन के लिए प्रार्थी को रसद विभाग की ओर से पोस मशीन संख्या 20४११ आबंटित है। खाद्यान्न की ऑनलाइन आमद तभी की जाती है जब उचित मूल्य दुकानदार द्वारा थोक विक्रेता कोलायत तहसील क्रय विक्रम सहकारी समिति लिमिटेड़ बीकानेर के कैशियर को आबंटित खाद्यान्न की राशि जमा करवा दी जाती है। साथ ही सरकारी खर्च से उचित मूल्य दुकानदार के यहां खाद्यान्न पहुंचाकर इसकी सूचना रसद विभाग को दी जाती है, जिसका खाद्यान्न कन्फर्मेशन होने के बाद पोस मशीन में खाद्यान्न ऑनलाइन चढ़ाया जाता है।
परिवादी ने बताया कि एक मार्च 2017 को आबंटित ७४ क्विंटल गेहंू की राशि १८20, 7800 एवं 9620 रुपए जमा कराई गई। आरोपियों ने मिलीभगत कर परिवादी की पोस मशीन में १०१ क्विंटल यानि 27 क्विंटल गेंहू अधिक आमद कर दिया। 27 क्विंटल गेंहू की बाजार कीमत 54 हजार रुपए होती है। यह राशि आरोपियों ने गबन कर ली।
प्रार्थी को इसका पता चलने पर छह अप्रेल, 2018 को पुलिस व जिला कलक्टर से शिकायत की। इसके बाद रंजिशवश १४ अप्रेल, 2018 से तीन मई, 2018 तक के लिए प्राधिकार पत्र निलंबित कर दिया। निलंबन के बाद आरोपियों ने दस मई, 2018 को ऑनलाइन ठगी करते हुए उसे आबंटित पोस मशीन में तीन हजार क्विंटल गेहूं की आमद दर्ज कर दी। जबकि प्रार्थी की डीलरशिप निलंबित थी। प्रार्थी ने ना रुपए जमा कराए और माल का उठाव गोदाम से भी नहीं किया। इसके बावजूद आरोपियों ने तीन हजार क्विंटल गेहूं का गबन कर लिया। आरोपियों ने गेहूं आमद व वितरण की सूचना सरकार को दे दी। इसी तरह आरोपियों ने कई क्विंटल गेहूं का गठन किया है।

Author