बीकानेर। लता जी के जाने के दुख से अभी बीकानेर के स्थानीय कलाकार और कलाप्रेमी उबरे भी नहीं थे कि उन्हें एक और बुधवार की सुबह महान कलाकार के दुनिया छोड़कर जाने की खबर मिल गई।
16 फरवरी 2022 की सुबह से ही इंटरनेट मीडया पर संगीतकार और गायक कलाकार बप्पी लाहिड़ी के निधन की खबर ने सभी को शोकमग्न कर दिया।
जैसे-जैसे बीकानेर शहर के लोगों के पास बप्पी लाहिड़ी के न रहने की खबर पहुंचती गई दोस्तों,परिवारों के सदस्यों के लिए बने व्हाट्सअप समूहों और फेसबुक पर इस संदेश को साझा करने का सिलसिला चलता रहा। शहर के युवा गायक कलाकार ओर बीकानेर छोटी काशी म्यूजिकल ग्रुप के अध्यक्ष श्याम सुन्दर सांखला ने बताया कि संगीतकार बप्पी दा बहुत ही खुशमिजाज व्यक्तित्व थे। इंटरनेट मीडिया पर बीकानेर शहर के कला प्रेमी कहीं बप्पी लाहिड़ी के साथ लता दीदी की फोटो साझा करके दोनों दिग्गज कलाकारों को अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं तो वहीं कुछ लोग बप्पी लाहिड़ी को इतना सोना पहनना क्यों पसंद था इसकी पोस्ट साझा कर रहे हैं।
शहर की गायिका गोपा मंडल ने बताया कि न जाने क्या हो रहा है कलाजगत को। एक के बाद एक सभी बड़े और संगीत की दुनिया में अपनी अलग दखल रखने वाले कलाकार छोड़कर जा रहे हैं।
सुबह मिली खबर ने दुखी कर दिया।
शहर के वरिष्ठ गायक एम.रफीक कादरी के साथ ही शहर के कलाकार अनवर अजमेरी ने भी बप्पी दा को नमन किया। पूनम मोदी , सुरेश मदान,जवाहर जोशी, हरीष शर्मा, हितेंद्र व्यास, सुनील अंग्नीहोत्री, शानु कच्छावा, शिव चांंवरिया,कुमार महेश, अशोक सोनी, कमल श्रीमाली, गोपीका सोनी,इकरामुद्दीन कोहरी, विजय सिंह बिदावत कला प्रेमी शिवाजी आहूजा, सुनील बाठिया, रामदेव अग्रवाल, कमल रंगा, नेमीचंद गहलोत, अलका डॉली पाठक, मीना आसोपा, रामेश्वर लाल पंवार, त्रिलोक सिंह चौहान आर्केस्ट्रा से संबंधित कलाकारों में श्याम मोदी व अन्य गायकों ने बताया कि हम लोगों ने विवाह शादी समारोह की पार्टियों दौरान बप्पी दा के गीतों की बहुत प्रस्तुतियां दी हैं।
बप्पी लहरी के इन गीतों की बहु मांग थी जिनमें
चलते-चलते मेरे ये गीत रखना…, याद आ रहा है तेरा प्यार.. जैसे गानें की डिमांड बहुत होती थी।
दिवाकर कला केंद्र म्यूजिकल ग्रुप ने दी गोल्डमैन बप्पी लहरी को श्रद्धांजलि
बुधवार को सुरों के बादशाह गोल्डमैन संगीतकार भप्पी लहरी के गाये गीतों को गाकर दिवाकर कला केन्द्र द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम के मुख्य गायक दिनेश दिवाकर थे।