Trending Now




बीकानेर,स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विवि ने छात्र आंदाेलन के दबाव में दाे सप्ताह पहले 15-15 हजार रुपए फीस कम की थी। फिर भी आंदाेलन खत्म नहीं हुआ ताे पांच-पांच हजार रुपए और फीस कम कर दी। अब एसकेएन विवि जयपुर से भी फीस कम हाे गई। छात्र फिर भी नहीं माने ताे अब विवि सख्ती पर उतर  आगया। अनिश्चितकालीन के लिए काॅलेज और हाॅस्टल बंद कर दिया। फर्स्ट ईअर की परीक्षाएं स्थगित करने के साथ कैंपस खाली करा दिया।

काेटा विवि के कुलपति की अध्यक्षता में बनी कमेटी की सिफारिश लागू करने के बाद छात्राें ने एडमिशन लेने के चार महीने बाद पेमेंट सीट की फीस काे लेकर विराेध शुरू किया था। आंदाेलन के दबाव में विवि ने दाे सप्ताह पहले यूजी की 50 हजार की जगह 37500, और पीजी की 60 की जगह 45 और पीएचडी 75 की जगह 45 हजार रुपए फीस कर दी। छात्र फिर भी नहीं माने। आंदाेलन जारी रहा।

विवि ने फिर छात्राें से बात की। छात्राें काे मनाने के लिए यूजी की पांच हजार कम कर 32500 रुपए फीस की। पीजी और पीएचडी भी पांच-पांच हजार रुपए कम 40-40 हजार रुपए फीस की। आंदाेलन फिर भी नहीं थमा। साेमवार काे डीन डाॅ आई.पी.सिंह ने अनिश्चितकालीन के लिए काॅलेज बंद कर दिया।

हमनें ने पहले यूजी की 15 और पीजी-पीएचडी की 30 हजार तक फीस कम की। ये पेमेंट सीट है। जाे भी समझदार है वो जानता है कि पेमेंट सीट का मतलब ही मर्जी से भुगतान कर एडमिशन ले। उसके बाद भी जब छात्र नहीं माने ताे फिर पांच-पांच हजार रुपए कम की। अब जाेबनेर सहित प्रदेश के तीन कृषि विवि से यहां फीस कम हैं। अब भी नहीं मान रहे। मजबूरी में काॅलेज-हास्टल बंद किया। अब तभी काॅलेज खुलेगा जब छात्र पढ़ने आएंगे। – डाॅ.आई.पी.सिंह, डीन, काॅलेज ऑफ एग्रीकल्चर

Author