बीकानेर, यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत गोद लिए गए कावनी गाँव में किसानों व ग्रामीणों ने कृषि-यंत्रों एवं ट्रेक्टर के रखरखाव का प्रशिक्षण प्राप्त किया। उत्तरी-क्षेत्र कृषि-यंत्र व मशीनरी परीक्षण व प्रशिक्षण संस्थान, हिसार के तकनीकी सहयोग और राष्ट्रीय उच्च शिक्षा परियोजना स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के सौजन्य से कावनी ग्राम पंचायत परिसर में यह दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस शिविर में महिंद्रा, हीरो जैसे कई बड़ी कंपनीयों ने स्टाल लगाकर ट्रैक्टर, कृषि यंत्रों प्रदर्शनी लगाई। प्रशिक्षण में पहली बार टिड्डी नियंत्रण मशीन का भी प्रदर्शन किया गया। दो दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान लगभग 400 ग्रामीणों व किसानों ने इस कार्यक्रम का लाभ उठाया और कृषि-यंत्रों, ट्रेक्टर आदि के रख रखाव की विभिन्न बारीकियाँ की सीखी। आज समापन के अवसर पर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आर.पी.सिंह ने कहा की खेती-बाड़ी में कृषि यंत्रों बड़ा योगदान है कृषि यंत्रों के उपयोग साथ-साथ उसके रख-रखाव तथा मरम्मत कि जानकारी होने से किसानों को उनके कृषि में लाभ की बढ़ोत्तरी होगी तथा कृषि कार्य सुगम होगा। इस प्रशिक्षण में प्राप्त कौशल से मरम्मत और रखरखाव से जुड़े रोजगार में भी मदद मिल सकेगी। आधुनिक समय में खेती की नई-नई तकनीकों का अविष्कार हो रहा है। इन तकनीको की मदद से खेती करना आसान होते जा रहा है। प्रशिक्षण में प्राप्त होने वाली जानकारी को उपयोग में लाने से जरूर लाभ होगा।
“कृषि यंत्र व मशीनरी परीक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र बीकानेर के प्रभारी इंजी. विपिन लड्ढा ने बताया की स्थानीय जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया, इनके उत्साह को देखते हुए कुलपति महोदय ने कावनी गाँव के लिए प्रशिक्षण केंद्र बीकानेर पर भी एक और विशेष कार्यक्रम करने के निर्देश दिये है। किसानों के आग्रह पर यहाँ के पानी की जांच के लिए अनुसंधान केंद्र से डॉ एस आर यादव, डॉ रंजीत सिंह के दल ने दौरा कर समस्या समाधान किया। हिसार से आए एक्सपर्ट श्री मानसिंह और निदेशक डॉ पी एस शेखावत डॉ सुभाष चंद्र, डॉ एन.के.शर्मा ने संबोधित कर खेती-बाड़ी में प्रयोग किए जाने वाले कृषि यंत्रों के चयन, रखरखाव एवं कृषि यंत्रों की उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। आज सफल आयोजन पर कावनी गाँव के जनप्रतिनिधियों, हिसार से आए तकनीकी दल और एवं कृषि यंत्र ट्रैक्टर कंपनियों के प्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह वितरित कर उनका आभार व्यक्त किया।