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बीकानेर कोलायत स्थित कपिल मुनि की तपस्थली कपिल सरोवर को इंदिरागांधी नहर परियोजना के पानी से भरे जाने की योजना है। पिछले सालों में अवैध खनन की जद में आने से सरोवर में पानी की आवक बंद हो चुकी है। सरोवर के आसपास के इलाकों में खनन होने से जहां एक ओर बड़े बड़े गड्ढे बन गए हैं तो दूसरी ओर कई इलाकों में रेत के पहाड़ से खड़े हो गए हैं। इससे सरोवर में बारिश का पानी पहुंचने के मार्ग बंद हो गए हैं। ऐसे में पौराणिक महत्व के इस सरोवर को बचाने के लिए इंदिरा गांधी नहर एक मात्र विकल्प बची है। जानकारों के अनुसार सरोवर से 13 किलोमीटर दूर इंदिरा गांधी नहर वितरिका से सरोवर को जीड़े जाने की योजना है। इस पर करीब 20 करोड़ रुपए की लागत आएगी। जानकारों के अनुसार सरोवर से श्रीकोलायत विधायक एवं ऊर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने कपिल सरोवर को कोलायत वितरिका से जोड़ने को लेकर पिछले दिनों मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी है। हाल ही में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने भी इस बारे में फिजीबल रिपोर्ट जारी कर दी है। मुख्यमंत्री को पत्र उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री लिखा था। उम्मीद है इसके अपने बजट भाषण में कपिल सरोवर को नहर की वितरिका से जोड़ने की घोषणा कर सकते हैं। पुष्कर की भांति कपिल सरोवर का भी पौराणिक महत्व है। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। पानी के अभाव में इस सरोवर की स्थिती दिनों दिन बदतर होती जा रही है। यदि सरकार इसका जीर्णोद्वार करवाए,तो पुष्कर की तरह कोलायत भी एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो सकता है।

इंदिरा गांधी नहर की कोलायत वितरक से कपिल सरोवर को जोड़े जाने से सरोबर का कायाकल्प सम्भव हो सकेगा। विशेषज्ञों से चर्चा कर इस बारे में सकारात्मक परिणाम आएंगे। भंवरसिंह भाटी, ऊर्जा मंत्री

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