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बीकानेर,राजस्थान सरकार द्वारा गोचर भूमि में कब्जा धारियों को पट्टे जारी करने के निर्णय के विरोध में पूर्व सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन धरना गोचर भूमि पर पूर्व सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी के सानिध्य”एवं “मानव धर्म प्रचार सेवा संस्थान के संयोजन में”श्रीमद् भागवत सप्ताह भक्ति ज्ञान महायज्ञ आयोजित किया जा रहा है।कथा वाचन बालसंत श्रीछैल विहारी जी महाराज द्वारा हो रहा।कथा संयोजक सदग्रहस्थ संत मनुजी महाराज ने बताया,।आज कथा का वाचन करते श्रीछैल विहारी महाराज ने कथा प्रसंग के द्वारा ब्रज पर इंद्र द्वारा कोप करने की कथा से गिरिराजधारण की लीला समझाई तत्पश्चात भागवत का सबसे मार्मिक ज्ञान प्रसंग पंचाध्याई महाराष् प्रसंग का विस्तृत वर्णन किया। तत्पश्चात कृष्ण का मथुरा जाकर कंस का उद्धार करना। सांदीपनी मुनी आश्रम में जाकर भगवान कृष्ण द्वारा शिक्षा अर्जित कर 64 दिनों में 64 कलाओं को प्राप्त करना। कृष्ण द्वारा उद्धव को गोपियों से मिलने जाने की कथा मैं उद्धव गोपी प्रसंग की बड़ी मार्मिक व्याख्या की। जिसे सुनकर श्रद्धालुओं की आंखों में अश्रु धारा व बह पड़ी। महाराष् प्रसंग की व्याख्या करते हुए बालसंत ने कहा “जीवात्मा और परमात्मा के विशुद्ध मिलन की लीला का नाम है महाराष् प्रसंग”।बालसंत जी ने कहा के बड़े-बड़े ध्यानी ज्ञानी अमलात्मां महात्मा भी अपने अहंकार के कारण मोह को प्राप्त हो गए।अतः भगवान की भक्ति और सांसारिक जीवन में जीव को कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए। क्योंकि अहंकार ही जीवात्मा का सबसे बड़ा दुश्मन है। अहंकार की वजह से ही बड़े-बड़े भक्त और संसारी लोग भगवान की कृपा प्राप्ति करने में असफल रहे। कथा सेवा प्रभार हेतु अंशुमान सिंह भाटी, गोगीबन्ना, देवकिशन चांडक रामकिशन आचार्य,सुनील बांठिया,भुरमल सोनी,ओमप्रकाश कुलरिया आदि सेवा मे लगे है।

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