राजस्थान की बड़ी खबर कोटा जिले से सामने आई है। जहां पर कोटा चंबल रिवर फ्रंट पर दुनिया की सबसे बड़ी घंटी का निर्माण किया जा रहा है। इस घंटी का निर्माण स्टील मैन ऑफ इंडिया के नाम से जाने वाले इंजीनियर देवेंद्र कुमार आर्य कर रहे हैं।इसकी कलाकृति का निर्माण कोटा का घटोत्कच चौराहा बनाने वाले राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानित कलाकार हरीराम कुम्भावत कर रहे हैं। इस घंटे की आवाज का 8 किमी तक सुना जा सकता है। ऐसे इस घंटे के निर्माण के साथ ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में 3 रिकॉर्ड इसके नाम दर्ज हो जाएंगे।
इंजीनियर देवेंद्र कुमार आर्य ने बताया कि घंटे का कुल वजन 82 हजार किलो होगा। चाइना की घंटी का वजन 101 टन है। जो इस घंटी से बहुत छोटी है। जबकि मास्को की घंटी का वजन 200 टन है। ऐसे में कोटा के चम्बल रिवर फ्रंट पर लगने वाली यह घंटी दुनिया की सबसे वजनी घंटी का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करवायेंगी। इस घंटे की ज्वेलरी का वजन करीब 25 हजार किलो है। साथ ही इस घंटे से निकलने वाली आवाज को 8 किमी तक सुना जा सकता है। यह भी एक प्रकार नया वर्ल्ड रिकॉर्ड होगा, जो इस घंटी के नाम दर्ज होगा।
देश के सर्वश्रेष्ठ आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया ने इस घंटी को इस तरह डिजाइन किया कि यह कभी टूटे भी नहीं और कम वजन में भी सबसे भारी बनाई जा सके। इस घंटी में किसी भी तरह का जॉइंट नहीं है। यह सिंगल कास्टिंग घंटी है। इसलिए इसमें टूटने की संभावनाएं न के बराबर है। इसके अलावा बिना ज्वेलरी के यह घंटी असुरक्षित होती, इसलिए इसकी ज्वेलरी बनाई गई। इसलिए यह घंटी बहुत सुरक्षित है।