बीकानेर। आनंद निकेतन हॉल मे मेरी आवाज ही पहचान हैं स्वरांजलि, पुष्पांजलि कार्यक्रम का बुधवार की शाम श्री विश्वकर्मा नाट्य संगीत कला संस्थान, बीकानेर के द्वारा आयोजन किया गया। संयोजक मेघराज नागल ने बताया कि स्थानीय कलाकारों ने लता की याद मे उनके गाये गीतों को गाकर स्वरांजलि दी, बाद मे कार्यक्रम में आये कलाकारों ओर सभी लोगों ने उनके तेल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की । इस अवसर पर मेघराज नागल ने कहा कि लता जी ने मानव जीवन के सभी भावों को अपने फिल्मीं गीतों मे गाकर प्रस्तुत किया है।
लता जी संगीत की बेंचमार्क हैं। पीढियों ने लता मंगेशकर को देखा, जिया ओर महसूस किया हैं।
इस अवसर पर बीकानेर के जाने माने स्थानीय कलाकार एम.रफीक. कादरी ने लता को श्रद्धांजलि देते हुए बताया कि अपने राजस्थान में 1987 भीषण अकाल पडा था ओर उस समय तत्कालीन सरकार के पास अकाल से मुकाबला करने के लिए रूपयों की कमी महसूस हुई। सरकार की पेशकश पर स्वर कोकिला लता मंगेशकर राजधानी जयपुर में अकाल पिडितों की सहायता के लिए चैरिटी कार्यक्रम करने के लिए राजी हो गई।
लता जी ने उस वक्त जयपुर के एस. एम. एस. स्टेडियम में चालीस हजार से ज्यादा दर्शकों से अधिक लोगों की मौजूदगी में अपने गीतों की प्रस्तुतियां दी थी।
कार्यक्रम में अन्य कलाकार जिनमें अहमद हारून कादरी,सुनील नागल,ललित शर्मा,ओपी आनंद, प्रेमरतन स्वामी, पीजी सोनी,सविता पुरोहित, निहारिका गर्ग,गोपाल सोनी, दाऊलाल प्रजाप्त,चांदरतन सोनी,शिवशंकर भाटी, धनराज जांगिड, राधेश्याम ओझा, देवांशु स्वामी,सराजुदिन खोखर,शारूख अली,गोपीका सोनी,राधिका, मुस्कान सोनी, दिपीका प्रजापत, निशा कुमारी, सीमा सिंह,मंजू,मधू,रितु, इंदु, अंजली, मंजू शर्मा, ममता सोनी
आदि स्थानीय गायकों ने अपनी प्रस्तुतियां देकर श्रद्धाजंलि दी। कार्यक्रम का संचालन एम.रफीक. कादरी ने किया।