Trending Now




बीकानेर,कोरौना महामारी से जूझ रहे प्रदेश के लोगों की इम्यूनिटी बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासों के बीच राज्य के चिकित्सा मंत्री का हाल ही में दिया गैरजिम्मेदाराना बयान हैरान करने वाला है। जयपुर में कैंसर दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह में चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा ने कहा, ‘गांवों में तो दिन में 20-20 बार लोग तंबाकू खा रहे हैं, उन्हें कभी कैंसर नहीं हुआ। कैंसर किसी भी कारण से हो सकता है। इसका तंबाकू से कोई लेना-देना नहीं है।’ उन्होंने यहां तक कहा कि जो तंबाकू ज्यादा पीते हैं, उनको कभी कैंसर होता ही नहीं है… जो बीड़ी नहीं पीते, उनको भी कैंसर हो जाता है. इसकी वजह खान-पान और रहन सहन है। निश्चित ही यह बयान जनता को गुमराह करने वाला है। प्रदेश के शीर्ष कैंसर रोग विशेषज्ञों के अनुसार पूरी दुनिया में लाखों पब्लिकेशन में स्पष्ट उल्लेख है कि तंबाकू में करीब हजार तरह के कैंसरकारी तत्व होते हैं और तंबाकू सौ फीसदी कैंसर का मुख्य कारण है।

इससे पहले भी मंत्री पद ग्रहण करने के बाद बातचीत में उन्होंने कहा था, ‘जहां शराबबंदी है, वहां घटिया शराब से लोग मर रहे हैं। इससे तो अच्छा है कि सरकारी शराब खरीदकर पी ली जाए।’ दरअसल, सरकार भी शायद यह नहीं जानती कि तंबाकू से वह जितना राजस्व प्राप्त करती है, उससे ज्यादा इसके सेवन से उत्पन्न रोगों के इलाज पर खर्च किया जाता है। तंबाकू सेवन से जीवनी शक्ति का ” भी ह्रास होता है, हृदय के धमनियों में रक्त प्रवाह कम हो सकता है, हृदय रोग जैसे मायोकोर्डियल इनफेक्शन तथा एनजाइना हो सकता है, रक्तचाप बढ़ सकता है और सांस की बीमारी जैसे ब्रोंकाइटिस, दमा व फेफड़ों का कैंसर हो सकता है। भारत सरकार ने सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादों (पैकेजिंग और लेबलिंग) नियम 2008 में संशोधन कर वर्ष 2020 में जारी जीएसआर 248 (ई) के. माध्यम से सभी तंबाकू उत्पाद पैक के लिए निर्दिष्ट स्वास्थ्य चेतावनी के नए सेट तक अधिसूचित किए हैं। इसके अनुसार तंबाकू व तंबाकू उत्पादों के पैकेट की लाल पट्टी पर सफेद रंग से ‘तंबाकू से दर्दनाक मौत होती है’ और काली पृष्ठभूमि पर सफेद रंग से आज ही छोड़ें, कॉल करें 1800-11-2356′ लिखना अनिवार्य है। राज्य में 1 दिसंबर, 2020 या उसके बाद तैयार पैकेट या आयातित तंबाकू उत्पादों पर सचित्र चेतावनी प्रकाशित करना भी अनिवार्य किया गया है। ऐसे में हमें एक स्वस्थ एवं खुशहाल जिंदगी हासिल करनी है तो तंबाकू का सेवन हर हालत में छोड़ना ही होगा।

Author