बीकानेर,भारत सरकार की योजना इस देश के सबसे बड़े आईपीओ को लाने की है जो कि संभवत इस वर्ष के मार्च महीने में बाजार में आ सकता है। यह आईपीओ एलआईसी जैसी देश की प्रतिष्ठित कंपनी का है, जिसके लिए डीआरएचपी (ड्राफ्ट रेड हैरिंग प्रोस्पेक्टस) जमा कराने के बाद में सेबी द्वारा 30 से 35 दिनों के भीतर इसके लिए मंजूरी मिल सकती है।
पीएस इन्वेस्टमेंट्स के फाउंडर एवं बिजनेस हेड पीयूष शंगारी ने एलआईसी के महा आईपीओ के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होने वाला है तथा जीवन बीमा कंपनी इस आईपीओ को लाने के लिए जोर शोर से तैयारी कर रही है। दीपम (डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट) के द्वारा जल्द ही आईपीओ हेतु डीआरएचपी फाइल की जा सकती है और इसके लिए बाजार नियामक सेबी के साथ मिलकर दीपम तेजी से काम कर रहा है। यह आईपीओ कितना बड़ा होगा इसे लेकर अभी तक स्पष्ट आंकड़े उपलब्ध नहीं हुए हैं, यदि सरकार इसके लिए 10 फ़ीसदी हिस्सेदारी का विनिवेश भी करती है तो अनुमानत यह एक लाख करोड़ रुपए का हो सकता है। वहीं बाजार एक्सपोर्ट्स का अनुमान है कि यह आईपीओ 15 लाख करोड़ तक भी हो सकता है। सरकार इस वित्त वर्ष में अब तक 1.75 लाख रुपए के विनिवेश के लक्ष्य का करीब 16 फ़ीसदी यानी 27330 करोड़ो ही कलेक्ट कर सकी है।
सेबी को लगातार एलआईसी के आईपीओ से जुड़ी हुई डीआरएचपी संबंधित सभी जानकारियां दी जा रही है, ऐसे में यह लग रहा है कि इसकी वैल्यूएशन रिपोर्ट कुछ समय में ही उपलब्ध हो जाएगी। पिछले साल 2021 में आईपीओ की मंजूरी देने में सेबी ने 18 साल में सबसे कम समय लिया था, जबकि इसका औसत 77 दिनों का है। अंकित ने आगे बताया कि पिछले साल सेवन आइलैंड्स और माइक्रोटेक डेवलपर्स को महज 35 दिनों में आईपीओ लाने की मंजूरी मिल गई थी।
कंपनी के मार्केटिंग कंसलटेंट शशांक शेखर जोशी ने बताया कि देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होने के कारण हमने इसे “महा आईपीओ” की संज्ञा दी है, क्योंकि पिछले 2 सालों में आईपीओ को लेकर भारत के आम निवेशक का जो रुझान रहा है उसके अनुसार एलआईसी का आईपीओ अब तक स्टॉक मार्केट से दूर रहे लोगों को भी बहुतायत में अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता रखता है। एलआईसी के आईपीओ की क्षमता को देखते हुए तथा एलआईसी की बाजार प्रतिष्ठा को देखते हुए हम इसे “महा आईपीओ” के रूप में ही संबोधित कर रहे हैं। इस आईपीओ के साथ-साथ हमारी प्रबल इच्छा अधिक से अधिक नए निवेशकों को इस आईपीओ के माध्यम से बाजार से जोड़ने की है।