बीकानेर,खाजूवाला,बीएसएफ ने खाजूवाला बॉर्डर पर रैकी करते हुए ने एक ऐसे युवक को पकड़ा है जो पिछले साल पाक से तस्करी कर लाई हेरोइन की बड़ी खेप पंजाब के तस्करों को सप्लाई करने के बाद से फरार था। रावला के सुरेन्द्र कुमार को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। इसके पांच और साथियों के नाम भी सामने आए हैं, जिनमें दो तस्कर पंजाब के कुख्यात तरकर सुरेन्द्र कुमार तस्कर हैं। पुलिस उन तक पहुंचने की कोशिश में जुट गई में है खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि चुनाव को देखते हुए नशे की बड़ी खेप पाकिस्तान से मंगवाने की साजिश रची जा रही है। बीएसएफ ने बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी है।
रावला के चक 16 केएनडी निवासी सुरेंद्र कुमार बॉर्डर पर पचनी पोस्ट की तारबंदी के पास एक फरवरी की रात पकड़ा गया था। हेरोइन तस्करी के चक्कर में वह रैको करने आया था तथा पाकिस्तान और पंजाब के हेरोइन तस्करों के संपर्क में था। पिछले साल 11 फरवरी की रात हुई हेरोइन तस्करी के मामले में बीएसएफ को सुरेंद्र की तलाश थी। उसे पकड़ने के बाद खाजूवाला पुलिस के साथ बीएसएफ जी-ब्रांच ने उसके घर तलाशी ली तो पाकिस्तानी कपड़ा और उसके साथियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं। सुरेन्द्र ने ओम प्रकाश उर्फ सुक्खा,राजकुमार और गज्जू के अलावा पंजाब के दो तस्करों के साथ शाम को संग्रामपुरा चौकी एरिया में पिछले साल तस्करी की थी। तस्करी की वारदात को अंजाम देने के लिए पंजाब के तस्करों ने नवंबर- दिसंबर 2020 से ही तैयारी शुरू कर दी थी। पंजाब का बिंदू प्रेम बम और हनुमानगढ़ के ओमप्रकाश नामक युवकों ने अलग-अलग समय पर सुरेंद्र के साथ संग्रामपुर चौकी एरिया में तारबंदी तक जाकर रैकी की थी। आरोपी से तस्करी की गई हेरोइन की वास्तविक मात्रा के संबंध में पूछताछ की जा रही है। बीएसएफ का मानना है कि पाक से बड़ी मात्रा में हेरोइन की खेप भारतीय सीमा में भेजी गई थी। तस्कर को पकड़ने वाली बीएसएफ की टीम में डिप्टी कमांडेंट दीपेन्द्र सिंह के अलावा सुनील कुमार, आशीष, मोटाराम, राजेंद्र सिंह शामिल थे।
इसलिए बीकानेर बॉर्डर संवेदनशील- हेरोइन तस्करी की 4 वारदातें
1,24 नवंबर 2020 को संग्रामपुरा बीओपी पर फुट प्रिंट मिले थे। तस्करी की आशंका में बीएसएफ ने खाजूवाला पुलिस को सूचना दी थी। अब तक कोई कार्रवाई नहीं।
2,14 अक्टूबर 2020 को नीलकंठ बीओपी पर फुटप्रिंट मिले के विरुद्ध एफआईआर कराई। क्योंकि उसके मोबाइल पर पाक से सैटेलाइट फोन के जरिए कॉल रिसीव हुआ था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। बाद में उसकी जमानत हो गई।
3.8 नवंबर 2020 को गजसिंहपुर में 8 किलो हेरोइन का सीजर हो गया था।
4. 30 अप्रैल 2019 पिछले साल जून में हुई थी सबसे बड़ी अनूपगढ़ इलाके में 18 किलो हेरोइन तस्करी लेकिन अनुपगढ़ एक किलो ही बरामद हो पाई कंपनी कमांडर ने छह अभियुक्तों के खिलाफ एफआईआर कराई थी।
पिछले साल जून में हुई थी हीरोइन की सबसे बड़ी तस्करी
2 जून 2021 की रात खाजूवाला बॉर्डर पर हेरोइन की सबसे बड़ी तस्करी हुई थी। बीएसएफ ने करीब 283 करोड़ की 54 किलो हेरोइन बरामद की थी। वह केस एनसीबी ने हैंडल किया और 72 दिनों में बीकानेर संभाग और पंजाब के आठ हेरोइन तस्करों को गिरफ्तार किया था राजस्थान बॉर्डर पर पहली बार हेरोइन की इतनी बड़ी खेप पकड़े जाने पर बीएसएफ डीजी ने जवानों को पुरुस्कार भी दिए।
टोटल रीकॉल..जीरो लाइन तक खुर्स चैकिंग से पता चला तस्करी का
बीकानेर सेक्टर की संग्रामपुर और कोडेवाला बीओपी के बीच 11 फरवरी 2021 की देर रात हेरोइन की बड़ी खेप भारतीय सीमा में सप्लाई की गई थी। बीएसएफ ने 12 फरवरी को सुबह खुरं चैकिंग की तो तारबंदी से लेकर बॉर्डर पिलर नंबर 415 तक उन्हें दो लोगों के फुट प्रिंट और पाइप घसीटने के निशान मिले। उसके बाद बीएसएफ ने भारतीय सीमा में ढाई किलोमीटर तक सर्च ऑपरेशन चलाया तो सड़क के पास चाकू कवर, पकड़े का टुकड़ा और दो बाइक के टायरों के निशान मिल गए। 127 बटालियन के एएसआई राजेश कुमार यादव ने अज्ञात तस्करों के विरुद्ध 188 आईपीसी व 29,30 एनडीपीएस के तहत खाजूवाला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस ने तस्करों को नहीं पकड़ सको और मुकदमे में एफआर लगा दी गई।
अब रीओपन होगा केस
हेरोइन तस्करी का मुकदमा बीएसएफ ने 12 फरवरी को खाजूवाला थाने में दर्ज कराया था। कुछ संदिग्ध तस्करों के बारे में पुलिस को बताया भी था। पुलिस फिर भी खुलासा नहीं कर सकी और मुकदमे में एफआर लगा दी। बीएसएफ ने खाजूवाला एसएचओ को पत्र लिखकर समूचे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए केस को रीओपन करने का आग्रह किया है।
बीएसएफ की यह बड़ी सफलता है। पहले भी बड़ा हेरोइन का बड़ा सीजर किया था। आरोपी खाजूवाला पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है। केस को रीओपन करने के लिए लिखा है। इस मामले में अब कार्रवाई पुलिस को करनी है। पुष्पेंद्र सिंह राठौड़,डीआईजी बीएसएफ
हेरोइन तस्करी के पुराने मामले में एक आरोपी पकड़ा है। उस केस को वापस रीओपन करके इन्वेस्टिगेशन किया जाएगा। उसके बाकी साथियों को तलाश किया जा रहा है। अरविंद सिंह, एसएचओ खाजूवाला