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बीकानेर। बढ़ते डिजीटाइजेशन के साथ ही साइबर ठगी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। कभी लाॅटरी के नाम पर तो कभी किसी और प्रलोभन से शातिर ठग आमजन को ठगते रहे हैं। लेकिन इस कड़ी में जब बात देश की सामरिक सुरक्षा पर आ जाये तो खतरा बड़ा हो जाता है। ऐसे ही कुछ कोशिशें पड़ौसी मुल्क पाकिस्तान से फिर शुरू हो गई हैं। पाकिस्तान नंबर से भारतीय नंबर पर व्हाट्सएप मैसेज के जरिये कौन बनेगा करोड़पति टीवी शो में लाॅटरी जीतने का हवाला देते हुए नागरिकों से उनकी जानकारी मांगी जा रही है। साइबर क्राइम विशेषज्ञों का मानना है की ये भोलेभाले नागरिकों को फंसाने की पहली सीढ़ी बनती है। इसके बाद वित्तीय प्रलोभन और ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसाकर उन्हें जबरन देश विरोधी गतिविधियों में सहभागी बनाया जाता है। ऐसा ही एक मैसेज इन दिनों बीकानेर के कई नागरिकों को भी मिला है जिसमें कौन बनेगा करोड़पति शो की टीम का मेम्बर बनकर कोई आपको व्हाट्सएप से लाटरी में 25 लाख रू. जीतने की जानकारी देता है। प्रसिद्ध वास्तुविद आर.के.सुतार को भी सुबह एक ऐसा मैसेज मिला तो उन्होंने इस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए ट्विटर पर सोनी टीवी, अमिताभ बच्चन, राजनाथसिंह, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को टैग करते हुए लिखा की केबीसी के नाम पर पैसे ठगने की नियत से आज मुझे पाकिस्तान के एक मोबाईल नंबर से व्हाट्सएप पर भेजा गया वीडियो मिला। ये धनहानि के साथ ही लोगों को अपने जाल में फंसाने की साजिश का हिस्सा व राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। KBC के नाम पर पैसे ठगने की नीयत से आज मुझे पाकिस्तान के एक मोबाइल नंबर से व्हाट्सअप पर भेजा गया गया वीडियो मिला। ये धनहानि के साथ ही लोगों को अपने जाल में फंसाने की साजिश का हिस्सा है व राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। जिस पर सोनी टीवी नेे सोनीलिव हैल्प के हैंडल सेे ऐसी किसी भी प्रतियोगिता और ईनाम की स्कीम से इंकार किया साथ ही इसे असमाजिक और गैरकानूनी बताते हुए इसके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की बात भी कही गई है।

कैसे बचें इनसे

अगर आपको भी ऐसा कोई मैसेज मिलता है तो उस नम्बर पर आगे बातचीत करने से पहले जिस भी किसी ब्राण्ड या टीवी शो की जानकारी उस मैसेज में दी जा रही है उसके आॅफिशियल ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी जरूर साझा करें। आॅनलाईन मामलों की ज्यादा जानकारी नहीं होने पर आसपास किसी एक्सपर्ट की सलाह भी ली जा सकती है। ऐसे प्रकरणों में ट्राई भी उपभोक्ताओं में जागरूकता के लिए ओटीपी नहीं बताने संदिग्ध नबंरों की जानकारी देने के लिए हैल्पलाईन नबंर जारी करती है उन पर संपर्क किया जा सकता है।

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