बीकानेर शहर में संचालित हो रहे दर्जनों मैरिज गार्डन हर साल शादी- समारोह के आयोजनों से लाखों रुपए कमा रहे है। निगम क्षेत्र में संचालित होने के बाद भी दर्जनों मैरिज गार्डन में निगम में पंजीकरण करवा रहे है और ना ही पंजीकृत मैरिज गार्डन नवीनीकरण शुल्क जमा करवा रहे है। बताया जा रहा है कि शहर में दर्जनों की संख्या में निगम में पंजीकरण करवाए बिना मैरिज गार्डनों का धड़ल्ले से संचालन हो रहा है। निगम में ऐसे मैरिज गार्डन की सूची होने के बाद भी न इनसे पंजीकरण शुल्क लिया जा रहा है और ना ही नवीनीकरण शुल्क। इससे हर साल निगम को लाखों रुपए के राजस्व की हानि हो रही है।
42 मैरिज गार्डन पंजीकृत
निगम की अन्य राजस्व शाखा की जानकारी अनुसार शहर में 42 मैरिज गार्डन ऐसे है, जिन्होंने निगम में पंजीकरण करवा रखा है। इनमें से एक भी मैरिज गार्डन ने वर्ष 2021 में नवीनीकरण शुल्क निगम में जमा नहीं करवाया। वहीं 90 से अधिक ऐसे मैरिज गार्डन बताए जा रहे है जो शहर में संचालित हो रहे हैं, लेकिन बिना पंजीकरण ही उनका संचालन हो रहा है। कुछ मैरिज गार्डन इनमें से बंद होने भी बताए जा रहे है।
हर साल लाखों रुपए का नुकसान
मैरिज गार्डन हर साल शादी समारोह के आयोजनों से लाखों रुपए कमा रहे है। निगम में मैरिज गार्डन का पंजीकरण नहीं होने व हर साल उनका नवीनीकरण शुल्क जमा नहीं होने से निगम को हर साल लाखों रुपए के राजस्व की हानि हो रही है। यह सब जानते हुए भी निगम प्रशासन ऐसे मैरिज गार्डन पर अंकुश लगाने के बजाय ढिलाई बनाए हुए है।
समस्या यह भी
पंजीकरण के लिए आवश्यक नॉर्म्स पूरे नहीं होने के कारण कई मैरिज गार्डन का पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। अन्य राजस्व शाखा के अनुसार मैरिज गार्डन पंजीकरण के लिए बाहर सड़क की चौड़ाई 60 फुट आवश्यक है, लेकिन कई मैरिज गार्डन के बाहर इतनी चौड़ाई की सड़क नहीं है। वहीं कई मैरिज गार्डन आवासीय क्षेत्रों में स्थित होने के कारण उनके पंजीकरण में अड़चन बनी हुई है।
वसूली के प्रयास नहीं
निगम में कई राजस्व अधिकारी और राजस्व निरीक्षक कार्यरत है. लेकिन उनको राजस्व वसूली की बजाय अन्य कार्यों में लगाने के कारण राजस्व वसूली का कार्य नहीं हो पा रहा है।वहीं राजस्व वसूली के लिए अन्य राजस्व शाखा में कर्मचारियों की कमी बनी हुई है। महज एक मंत्रालयिक कर्मचारी है, उसको भी वर्तमान में पट्टे बनाने के काम में उलझाए हुए है।