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बीकानेर. पुलिस जवानों को दक्ष बनाने के लिए अब प्रदेशभर में पुलिस लाइनों को प्रशिक्षण केन्द्रों के रूप में विकसित किया जाएगा। पुलिस मुख्यालय में इसके लिए मसौदा तैयार कर लिया गया है। पुलिस लाइन में जवानों को फिजिकल के साथ-साथ अपराधों से निपटने के गुर भी सिखाए जाएंगे। जवानों को प्रशिक्षण देने के लिए पुलिस मुख्यालय आईटी क्षेत्र में दक्ष विशेषज्ञों का सहयोग लेगी। पुलिस महानिदेशक मोहनलाल लाठर ने तीन दिन पहले प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों एवं पुलिस आयुक्तों को इस संबंध में निर्देशित किया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि पुलिस जवानों को शारीरिक मजबूती के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी में दक्ष बनाना है, ताकि पुलिस जवान व अधिकारी समस्त अनुसंधान कार्य खुद सीसीटीएनएस पर कर सकें। प्रशिक्षण की रूपरेखा पावर पॉइंट प्रजेंटेशन (पीपीटी) तैयार कराई गई, जो मुख्यालय से सभी जिलों को भेजी गई है।

पुलिस लाइन में शिफ्ट करें सीसीटीएनएस लैब
पुलिस लाइन में जवानों को प्रशिक्षण करने के लिए सीसीटीएनएस लैब को पुलिस लाइन में स्थापित किया जाएगा। लैब में सीसीटीएनएस व कम्प्यूटर प्रशिक्षण प्राप्त पुलिसकर्मियों को और अधिक दक्षा किया जाएगा। कम्प्यूटर का व्यवहारिक प्रशिक्षण देने के लिए निजी संस्थानों के प्रशिक्षण की सेवाएं भी ली जाएगी। निजी प्रशिक्षकों को मानदेय भुगतान के लिए पुलिस बजट मद से व्यवस्था की जाएगी। पुलिसकर्मियों को एमएस ऑफिस, बेसिक इंटरनेट, टाइपिंग स्किल्स, राजस्थान गर्वमेंट एप्लीकेशन, सीसीटीएनएस आदि पर कार्य करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। हर पुलिस जवान को रिफ्रेशर्स कोर्स कराए जाएंगे। समय-समय पर नई तकनीकी से रूबरू कराया जाएगा।

इसलिए पड़ रही जरूरत

पुलिस मुख्यालय का मानना है कि भविष्य में पुलिस का समस्त कार्य सीसीटीएनएस तथा पुलिस से संबंधित एप पर होगा। ऐसे में पुलिस में हरेक जवान का पुलिस से संबंधित सभी कार्यों में निपुण होना जरूरी है। वर्तमान में चुनिंदा पुलिसकर्मी ही कम्प्यूटर सहित अन्य कार्यों में दक्ष हैं। ऐसे में कार्य में शिथिलता है। पुलिस के कामों में तेजी व पारदर्शिता के लिए सबका प्रशिक्षण होना जरूरी है।
इनका देंगे प्रशिक्षण
कम्प्यूटर के संबंध में आधारभूत जानकारी- सीसीटीएनएस- मोबाइल फोन, तकनीकी उपकरणों का उपयोग- साइबर अपराध अनुसंधान- यातायात प्रबंधन- अन्वेषण- आपदा राहत

पुलिस के लिए होगा बेहतर

पुलिस लाइन को प्रशिक्षण केन्द्रों के रूप में डपवल करने की पहल की गई है। कांस्टेबल से लेकर एसआई स्तर तक के सभी कार्मिकों को प्रशिक्षण देंगे। जिले की नफरी के दस प्रतिशत कार्मिकों को हर माह प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। साइबर व मोबाइल तकनीक का प्रशिक्षण दिलाने के लिए निजी विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाएंगी, जिसके लिए अलग से बजट स्वीकृत किया जाएगा। इस संदर्भ में रेंज के पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित कर दिया है।

प्रफुल्ल कुमार, पुलिस महानिरीक्षक बीकानेर रेंज

जवानों का प्रशिक्षित करेंगे
पुलिस लाइन को प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में विकसित करने के संबंध में मुख्यालय से निर्देश मिले हैं। आगामी दो-तीन दिन में वहां पर पुलिस कार्मिकों को प्रशिक्षण देने का काम शुरू कर दिया जाएगा। हर माह सौ से अधिक जवानों को प्रशिक्षित करेंगे। – योगेश यादव, पुलिस अधीक्षक

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