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  • बीकानेर,सांस्कृतिक मंत्रालय, दिल्ली के सहयोग से ऊर्जा थियेटर सोसाइटी ,बीकानेर आयोजित ऊर्जा नाट्य समारोह के अंतिम दिन नाटक फन्दी का सफल मंचन स्थानीय टाउन हॉल में किया गया ।
    इसके लेखक शंकर शेष है ।और निर्देशन युवा रंगकर्मी अमित पारीक ने किया ।
    नाटक का मुख्य किरदार फंदी है। उसका पिता कैंसर की आखिरी स्टेज में पहुंच चुका है। एक गरीब ट्रक चालक होने के बावजूद वह कर्ज लेकर अपने पिता का इलाज कराता है। कैंसर का इलाज नहीं होने के कारण वह काफी हताश हो जाता है।
    इधर उसका पिता कैंसर के असहनीय दर्द से तड़फ रहा है वह अपने बेटे सगे संबंधियों से मौत मांगता है। उधर नेशनल ट्रांसपोर्ट कंपनी वाले फंदी से गांजे की स्मगलिंग करने के लिए कहते हैं, लेकिन फंदी के मना करने पर उसे नौकरी से निकाल देते हैं। नौकरी छूटने के बाद वह इतना लाचार हो गया कि उसके बच्चे रोटी को मोहताज हो जाते हैं। एक दिन फंदी के पिता असहनीय दर्द के कारण इच्छामृत्यु मांगता है और फंदी आवेश में अपने पिता को मौत के घाट उतार देता है।
    अभिनय को दर्शकों ने सराहा । नाटक में संजय भुल, अमित पारीक,व साहिल सिद्दकी का प्रभावी अभिनय रहा तथा मंच पार्श्व में संगीत- विनोद पारीक , प्रखर मित्तल और प्रकाश प्रभाव- पंकज व्यास ने
    किया

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