जयपुर,अलवर के मूक बधिर नाबालिग गैंगरेप मामले को लेकर देश और प्रदेश में हो रही सियासत के बीच राज्य की गहलोत सरकार विपक्ष की मांग पर सीबीआई जांच को तैयार हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देर रात ट्वीट करते हुए उसकी जानकारी दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अगर बच्ची के परिजन क्राइम ब्रांच, एसओजी या फिर सीबीआई से मामले की जांच करवाना चाहेंगे तो वे इसके लिए तैयार हैं।
सरकार की नीयत साफ है, इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और घटना की वास्तविकता सबके सामने आनी चाहिए। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंजूरी के बाद अब इस मामले को जल्द ही सीबीआई को सौंपा जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर भी साधा निशाना
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए भाजपा नेताओं पर भी निशाना साधा है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि बलात्कार के नाम से परिवार वालों पर क्या बीतती है? इसकी चिंता किए बगैर अलवर के गैंगरेप पीड़िता के मामले में भाजपा की ओर से राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए ऐसा घिनौना प्रचार किया जा रहा है जो बेहद निंदनीय है।
राज्य की पुलिस मामले की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच कर रही है, यदि फिर भी बच्ची के परिजन किसी विशिष्ट अधिकारी या सीआईडी, क्राइम ब्रांच, एसओजी या फिर सीबीआई से इस मामले की जांच करवाना चाहेंगे तो प्रदेश सरकार इसके लिए भी तैयार है। घटना की सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए।
भाजपा ने उठाए थे पुलिस की जांच पर सवाल
वही अलवर मूकबधिर नाबालिग गैंगरेप मामले में प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया, राज्यसभा सांसद किरोड़ी मीणा, दीया कुमारी सहित कई नेताओं ने पुलिस की जांच पर सवाल खड़े करते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी। बीजेपी का आरोप था कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म हुआ है और इस मामले में सरकार की ओर से लीपापोती की जा रही है।
पुलिस पहले इस मामले में को और गंभीर दुष्कर्म बता रही थी, वहीं अब इस मामले में दुष्कर्म की बात से इनकार कर रही है। बीजेपी ने पुलिस के बयानों को लेकर ही जांच पर सवाल खड़े करते हुए सरकार से इस मामले को सीबीआई को सौंपने की मांग की थी।
गौरतलब है कि अलवर मूक बधिर नाबालिग गैंगरेप मामला इन दिनों सियासत का केंद्र बना हुआ है। राजस्थान से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर भी इस मामले पर चर्चा हो रही है। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी पीड़िता के पिता से फोन पर बात करके उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया था। साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली थी।