नई दिल्ली,कोरोना का नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। देश में करीब 95 फीसदी डेल्टा वैरिएंट व 5 फीसदी के करीब ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज आ रहे हैं। संक्रमित में इन दोनों वैरिएंट की। पहचान मुश्किल है। जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाता है कि संक्रमण किस वैरिएंट के वायरस का है। शुरुआत में मरीज के लक्षणों के आधार पर संक्रमण की पहचान की जा सकती है। ओमिक्रॉन संक्रमित मरीजों में गंध व स्वाद की समस्या नहीं आ रही है। यह खुलासा कोविड के लक्षणों में बदलाव पर किंग्स कॉलेज ऑफ लंदन की स्टडी में हुआ है।
ये 5 लक्षण सबसे कॉमन
ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण में सबसे पहले नाक बहना, सिरदर्द, थकान, छींक आना व गले में खराश, सूखी खांसी का लक्षण दिखता है। दूसरी ओर डेल्टा डेल्टा की अपेक्षा ऑमिक्रॉन संक्रमित मरीजों में गंध व स्वाद फेफड़ों की कोशिकाओं पर कम जाने की समस्या सबसे अधिक थी।
फेफड़ों के लिए कम
10 में से 6 ओमिक्रॉन मरीजों में थकान,झपकी आने की समस्या
25% कम है मौत का खतरा ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज का
डेल्टा की अपेक्षा ओम बिक्रम फेफड़ों की कोशिशों पर कम हमलावर
ओमिक्रॉन के शरीर में संक्रमण 70 तेज, फेफड़े में 10 गुना धीमा
नाक से पहले गले में संक्रमण खराश व आवाज में बदलाव, सूखी खांसी
फेफड़ों में संक्रमण की कमी की वजह से सांस लेने की समस्या नहीं
तो सात दिन में रिकवरी
10-14 दिन लगते हैं, टीकाकरण वाले मरीज 7 दिन में रिकवर
बिना टीकाकरण वाले फेफड़ों में संक्रमण की कमी की मरीजों की अपेक्षा थकान व कमजोरी भी कम