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बीकानेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अभी फॉर्म में है। घूसखोरों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है, जिससे एसीबी को धाक जमी हुई है। एसीबी हर साल एक दो बिना परिवादी के बड़ी कार्रवाई कर घूसखोरों को सलाखों के पीछे धकेल रही है, जिससे सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों से पीड़ित आम लोगों में भी भरोसा बड़ा है। नतीजतन बीते साल में एसीबी ने ट्रैप की 11 कार्रवाई की।

एसीबी टीम की यह चर्चित कार्रवाइयां

दी-कॉपरेटिव बैंक लिमिटेड, श्रीगंगानगर प्रबंधक मंगतराम खन्ना, सहकारिता विभाग चुरू के उप रजिस्ट्रार नौरंगलाल बिश्नोई के खिलाफ बिना किसी परिवादी के
एसीबी टीम ने खुद के स्तर पर सूचना एकत्रित कर बड़े स्तर पर भद्राफोड़ किया सहकारिता विभाग में की गई कार्रवाई में दो निजी दलाल व रिश्वत देने वाले ठेकेदार को भी गिरफ्तार किया। इसके अलावा भी इस प्रकरण में सहकारिता विभाग के कई बड़े अधिकारी-कर्मचारी नामजद आरोपी हैं, जिनके खिलाफ जांच चल रही है। एसीबी की इस कार्रवाई से सहकारिता विभाग में रहे भ्रष्टाचार चल के खेल पर भी कुछ हद तक रोक लगी। पूर्व में भी पिछले साल बीकानेर एसीबी चौकी ने बिना किसी परिवादी के स्वयं सूचना एकत्रित कर उपनिवेशन विभाग में आवंटनों में चल रहे भ्रष्टाचार के कारनामों का भंडाफोड़ करते हुए तत्कालीन आवंटन अधिकारी एवं अतिरिक्त आयुक्त उपनिवेशन बीकानेर प्रेमाराम परमार को बाड़मेर के दलालों माध्यम से पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा। उनके आवास की तलाशी में 18 लाख रुपए जब्त किए गए इसी प्रकार वर्ष 2018 में खनिज विभाग अलवर के अभियंता विजयशंकर जयपाल को पाच लाख 98 हजार की रिश्वत लेते दलाल के साथ पकड़ा।

एसीबी की हैल्पलाइन जारी

एसीबी ने एक टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। कोई भी आमजन जो सरकारी अधिकारी-कर्मचारी से पीड़ित है और अपनी गोपनीयता रखते हुए एसीबी ब्यूरो के हेल्पलाइन नंबर 1064 एवं वाट्सअप नंबर 9413502834 पर सूचना दे सकता है। यह नंबर 24 घंटे चालू रहते हैं।

 

यह हुई कार्रवाई

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक बीएल सोनी एवं अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के नेतृत्व में प्रदेशभर में एसीबी घुसखोर अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। पिछले साल अकेले बीकानेर टीम ने 11 कार्रवाइयां कीं। बीकानेर एसीबी ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं में एक, प्रशासनिक विभाग में एक पुलिस में एक बीकानेर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई लिमिटेड में एक, आबकारी विभाग में एक राजस्व विभाग में तीन लेखा सेवा में एक. चिकित्सा शिक्षा में एक दी-सेंट्रल कॉपरेटिव में एक कार्रवाई की। इन कार्रवाइयों में 35 लाख 2600 रुपए जब्त किए गए हैं। पूरे सालभर में 20 भ्रष्ट लोकसवकों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मिली। वहीं 24 प्रकरणों में 70 भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ एसीबी कोर्ट में चालान पेश किया गया।

इनका कहना है….

एसीबी के पास पीड़ा लेकर आने वालों को राहत प्रदान करने की पूरी कोशिश की जाती है। पिछले चार-पांच साल से एसीबी किसी न किसी बड़े अधिकारी-कर्मचारी के घूसखोरी के मामले में स्वयं संज्ञान लेकर कार्रवाई करती आ रही है। ऐसे-ऐसे बड़े घूसखोरों को बेपर्दा किया है, जो इमानदारी का मुखोटा लगाए आमजन को लूट रहे हैं। वर्ष 2021 में 11 घूसखोरों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है।

-रजनीश पूनिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी

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