भारत सहित कई देशों में ओमिक्रोन वेरिएंट का कहर बढ़ता जा रहा है. वहीं इस वेरिएंट से वह लोग भी संक्रमित हो रहे हैं जिन लोगों में वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. वहीं ओमिक्रोन वेरिएंट में 35 से ज्यादा म्यूटेशन देखे गए हैं जो इसे कोरोना का सबसे संक्रामक वेरिएंट बनाती है. वहीं इसमें बरती गई कोई भी लापरवाही आपमें संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकती है. ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों ने देश में तीसरी लहर की आशंका को तेज कर दिया है. इस वेरिएंट से लोगों को विशेष सतर्कता बरतने रहने की आवश्यकता है. लेकिन हमारी कुछ सामान्य सी गलतियां और गलतफहमियां संक्रमण का खतरे को बढ़ा देती है. यही कारण है कि पिछले कुछ दिनों के रोजाना के आंकड़ों में तेजी देखने को मिल रही है. ऐसे में हम यहां बताएंगे कि आपको कोरोना के संक्रमण से बचे रहने के लिए किन गलतफहमियों के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए.
पहले संक्रमण हो चुका है तो अब दोबारा खतरा नहीं- अक्सर लोगों में यह गलकफहमी देखने को मिलती है कि अगर वह पहले कोरोना से संक्रमित रह चुके हैं तो उनको आगे संक्रमण का खतरा नहीं है. पहले से संक्रमण की स्थिति में निश्चित रूप से शरीर में प्रतिरक्षा विकसित होती है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि आपको फिर से संक्रमण का खतरा नहीं है.
ओमिक्रोन के लक्षण हल्के हैं ऐसे में डरने की जरूरत नहीं- ओमिक्रोन वेरिएंट के ज्यादातर मामलों में हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इससे बचाव की जरूरत नहीं है. बता दें ओमिक्रोन वेरिएंट बहुत अधिक जोखिम पैदा कर सकता है. इसलिए इससे सावधान रहें.
वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं- ओमिक्रोन के खतरे से बचने के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लेना बहुत जरूरी हैं लेकिन वैक्सीन लेने का यह मतलब नहीं है कि आपको संक्रमण नहीं हो सकता है. इसलिए वैक्सीनेशन करा चुके लोगों को भी सावधानी बरतनी चाहिए.