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बीकानेर, जिले में औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करने तथा निवेशकों को बेहतर वातावरण उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से ‘इन्वेस्ट बीकानेर समिट’ का आयोजन किया गया है। औद्योगिक विकास के लिए बीकानेर के उद्यमियों की पिछले एक दशक से मांग रही है कि बीकानेर में सुखा बंदरगाह , मेगा फूड पार्क स्थापित हो, गैस पाइप लाइन आए, सौर ऊर्जा हब और ऊन क्लस्टर, साइरमिक्स हब बने। उस्ता कला, स्वर्णकारी और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के आधारभूत संसाधनो का विस्तार हो। उद्यमियों की इन प्राथमिकताओं को राजस्थान व केंद्र सरकार अनदेखी अनसुनी करती रही है। असल में यहां के उद्यमी जो चाहते हैं उनकी तरफ तो सरकार ध्यान ही नहीं दे रही है। मूल जरूरतें और संसाधन तो यहां के उद्यमी जानते हैं। बीकानेर में खाद्य प्रसंस्करण, ऊन उद्योग, सिरेमिक्स समेत कई उद्योगों की अंतर्राष्ट्रीय पहचान है। ड्राईपोर्ट, मेगा फूड पार्क, गैस पाइप लाइन और हवाई सेवाओं के विस्तार से इन उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। सरकारों ने इन मुद्दों पर चुप्पी साध रखी है। भले ही सरकार प्रदेश के औद्योगिक विकास की कितनी ही कागजी योजना पेश कर दें। मूल संसाधनों के विकास के बिना ये सब अब तक भैरों सिंह शेखावत, पूर्व में अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे सरकार में ऐसे स्मिट के जो हश्र हुए हैं वो ही होने हैं। अब तक ऐसे स्मिट कितने कारगर हुए हैं उद्यमियों को बताने की जरूरत नहीं है। पिछले दशक में प्रदेश में औद्योगिक विकास में सरकार के स्तर पर क्या इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हुए हैं इसकी विश्लेषण रिपोर्ट से सरकार का औद्योगिक विकास को समझा जा सकता है।
वर्ष 2022 की इस समिट में लगभग पंद्रह हजार करोड़ रुपये के 120 एमओयू और एलओआई के दावे की जा रहे हैं। प्रयास तो होने ही चाहिए परंतु बढ़ा चढ़ा कर दावे परोसने से क्या उद्योग लग जाएंगे। इससे 20 हजार लोगों के रोजगार की राह तब खुलेगी ना जब उद्योग लग जाएंगे। प्रयास अच्छा हैं परंतु सब दूर की कोड़ी है।

बीकानेर में औद्योगिक विकास की जो सभावनाएं बताई जा रही है जिसमें सौर ऊर्जा के प्रोजेक्ट लग चुके है या प्रक्रिया में है एग्रो प्रोसेसिंग की बड़ी इंडस्ट्री बीकानेर में पहले है और स्वत विस्तार हो रहा है। , कारपेट वूलन यार्न में एशिया की बड़ी मंडी की पहचान रही है। कोल्ड स्टोरेज, फूड प्रोसेसिंग में पहले से ही बीकानेर आगे हैं। हार्डवेयर, हॉस्पिटलिटी, इन्क्यूबेशन सेंटर, मेडिकल, माइन्स एंड मिनरल, पल्स प्रोसेसिंग, रेडीमेड गारमेंट, टूरिज्म, वेयर हाउस और वूलन उद्योग में यहां के विकास के विषय रहे हैं। सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर क्यों मुहैया नहीं करवाती ? केवल इन्वेस्ट बीकानेर समिट बिना इंफ्रास्ट्रक्चर के कितनी सिरे चढ़ सकती है। समय ही बताएगा।

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