बीकानेर,कोरोना की तीसरी लहर के बीच रेड जोन में आए बीकानेर में सरकार की तमाम चेतावनियों को नजरअंदाज कर जिला प्रशासन ने जिले में निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित कर डाली। कायदों और नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए खुद जिला प्रशासन ने इस कार्यक्रम में सैकड़ों उद्योगपतियों, प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया।
बीकानेर के जिला कलेक्टर नमित मेहता का दावा है कि कोविड प्रोटोकॉल के बीच हो रहे इस सम्मेलन में सरकार के तमाम नियमों का पालन किया गया है। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह बीकानेर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस इनवेस्टमेंट समिट में उद्योगों को आकर्षित करने की बजाय कोरोना संक्रमण को दावत दी जा रही है। तस्वीरें गवाह हैं कि नो मास्क नो एंट्री, दो गज दूरी जैसे सामान्य प्रोटोकाल की भी इस समिट में किस कदर धज्जियां उड़ रही हैं। जब सवाल पूछा गया तो बीकानेर के अति उत्साही जिला कलक्टर नमित मेहता कोरोना के खतरे से बेखौफ सभी कानून कायदों की दुहाई देते भागने लगे। राजस्थान सरकार की कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक प्रदेश के नगर निगम क्षेत्रों में 50 से ज्यादा लोगों के किसी भी समारोह में भाग लेने पर पाबंदी लगी है। अपनी गाइड लाइन में सरकार के गृह विभाग ने यह भी साफ किया है कि जनप्रतिनिधि और सरकारी अधिकारी ऐसे आयोजनों में भाग न लें जिनमें अनुमति से ज्यादा तादाद में लोग मौजूद हों, लेकिन बीकानेर जिला प्रशासन का ये आत्मघाती और लापरवाह रवैया आम जनता में क्या संदेश पहुंचाया, ये समझ से परे है।