कोलायत,अनगिनत पशु खदानो मे पड़ने से मरे और पिछले एक साल ऐसी तीसरी घटना जिसमे खान संचालको द्वारा सुरक्षा नियमो का ध्यान नही रखने के कारण मजदूरो की हुई मौत ,गत दिनों क्षेत्र के मढ गांव मे युवक और युवती की खदान में गिरने से दोनों की मौत हो गई ,खदान में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किए जाने के कारण युवक और युवती सीधे 200 फीट गहरी खदान में गिरे, जिससे उनकी मौत हो गई, नियमों के अनुसार प्रत्येक 6 मीटर पर खदान में बैंच होनी चाहिए परंतु इस और ना तो कोलायत क्षेत्र का कोई खदान संचालक ध्यान दे रहा है और ना ही माइनिंग विभाग इस ओर ध्यान दिलवा रहा है ज्ञात हो कि खदान के चारों और जालीदार तार या कांटेदार तार होनी चाहिए परंतु इन नियमो का पालन नही करने का खदान संचालको ने जैसे प्रण ले रखाऐशश हो , इंसान की जान किसी भी खदान संचालक के लिए कोई मायने नही रखती ..अगर सुरक्षा नियमो का पालन किया गया होता तो यह हादसा टल सकता था..इंसान की जान बच सकती ए
पहले गोलरी गांव के एक खदान मे एक बकरी चरवाहा मोबाईल चलाते हुए गिर गया और उसकी मौत हो गई ,क्योंकि खदान के चारो और कोई जाली या तार नही थी , जिससे बकरी चरवाहा सीधा गिर गया , और खदान मे बैच नही होने के कारण सीधा 110 फीट गहराई मे गिरने से उसकी मौत हो गई..
एक ऐसी ही घटना 04 जुलाई 2021 को हुई जो समोरखी गाँव की खदान मे हूई, टैक्टर संचालक टैक्टर सहित गिरने से मौत हो गई थी ….
क्षेत्र की 200 खदान संचालकों में एक भी संचालक नहीं कर रहा सुरक्षा मानकों का पालन* *माइनिंग विभाग भी नहीं दे रहा है इस ओर ध्यान*
तभी तो लगाता पिछले 1 साल में कई घटनाएं हो चुकी है पिछले साल 4 जुलाई को एक खदान में ट्रैक्टर की नसें ट्रैक्टर चालक की मौत हो गई थी उसमें भी कारण यह रहा था कि उस खदान में भी एक भी मैच नहीं थी सीधे 200 फीट की गहरी खदान होने के कारण ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर सहित गिरने से मौत हो गई थी उस समय एक बार की के लिए आनन-फानन में कॉलेज प्रशासन और माइनिंग विभाग ने खान बंद की फिर कुछ ही दिनों में पुणे खदान चालू हो गई और आज भी उस खदान में सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखा जा रहा हैइनका कहना है..दलीप सिंह राजपुरोहित का कहना है की उन्होंने माइंस एण्ड सेफ्टी विभाग अजमेर को पत्र भेजा है जिसमे खदान संचालक द्वारा सुरक्षा नियमो का ध्यान नही रखे जाने के कारण ऐसी दुर्घटना हुई है*