बीकानेर,उत्तर पश्चिम रेलवे पर वित्तीय वर्ष 2021-22 में आधारभूत संरचना की वृद्धि के तहत महत्वपूर्ण परियोजनाओं को पूर्ण किया गया है। जिसे राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है और इसके लिए उत्तर पश्चिम रेलवे को वर्ष 2021 के राष्ट्रीय पुरस्कारों में संयुक्त रूप से पश्चिम एवं दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के साथ सिविल इंजीनियरिंग -निर्माण शील्ड प्रदान की जायेगी।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे पर महाप्रबन्धक के कुशल मार्ग निर्देशन में वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्तर पश्चिम रेलवे के महत्वपूर्ण रेलखण्ड जयपुर-जोधपुर रेल लाईन के बोरावड़-मेडता रोड (84 कि.मी.) खण्ड का दोहरीकरण कार्य पूरा किया गया है। इसी वर्ष सीकर-चूरू रेलखण्ड पर कायमसर एवं रशीदपुर खोरी स्टेशन को रेल यातायात के लिए खोला गया है।
सादुलपुर स्टेशन पर बढते रेलवे यातायात को देखते हुए इसी वर्ष सादुलपुर स्टेशन पर संरक्षा में बढोतरी के क्रम में नवीन तकनीकि के बहुसंकेतीय कलर लाईट सिंगनल व्यवस्था के साथ ही इलैक्ट्राॅनिक इंटरलाॅकिंग व्यवस्था प्रारम्भ की गई है। साथ ही माल गाड़ियों के लिए सादुलपुर बाईपास लाईन भी प्रारम्भ की गई है।
इस वित्तीय वर्ष में उत्तर पश्चिम रेलवे पर 35 समपार फाटकों को बन्द किया गया है। 12 रोड ओवर ब्रिज एवं 16 रोड अण्डर ब्रिज का निर्माण भी समय-सीमा में पूरा किया गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर सूरतगढ थर्मल पावर स्टेशन पर यार्ड विस्तार करते हुए मालगाड़ियों के लिए नई लाईने बढाई गई है, जिससे थर्मल पावर के लिए पर्याप्त लोडिंग-अनलोडिंग की व्यवस्था हो सके।
कै. शशि किरण ने बताया कि महाप्रबन्धक श्री विजय शर्मा के दिशा-निर्देशों से उत्तर पश्चिम रेलवे पर इस वित्तीय वर्ष में मार्च 2022 तक मावली-बडी सादडी (82 कि.मी.) लाईन के आमान परिवर्तन कार्य के साथ ही उदयपुर-हिम्मत नगर के डूंगरपुर-खारवाचंदा (89 कि.मी.) रेलखण्ड का आमान परिवर्तन कार्य पूरा कर लिया जायेगा। दोहीरकरण कार्य मे जयपुर-जोधपुर रेलखण्ड के बोरावड़-कुचामन सिटी (20 कि.मी.) एवं मेडता रोड-खारिया खंगार (26 कि.मी.) कार्य को इस वित्तीय वर्ष में पूरा कर लिया जायेगा।