बीकानेर, राजस्थान के नेताओं को भी हथियार रखने का खूब शौक है। हमारे विधायकों में हर तीसरे विधायक के पास कोई न कोई हथियार है। चाहे वे भाजपा के हों कांग्रेस के। इस मामले में कोई भी उन्नीस नहीं पड़ता है। यही नहीं राज्य सरकार के लगभग एक तिहाई मंत्री भी हथियार रखने का शौक रखते हैं। वर्तमान सरकार के 11 मंत्रियों के पास भी अभी हथियार मौजूद हैं। ये शौक के साथ-साथ रसूख का भी प्रतीक है। तो कैसे हमारे नेता पीछे रहेंगे। सरकार अपने मंत्री व विधायकों की सुरक्षा के लिए भले ही लाखों रुपए खर्च कर गनमैन व गार्ड उपलब्ध करवाती हो,लेकिन मंत्री व विधायकों ने टोपीदार बंदूक से लेकर अतिआधुनिक रिवॉल्वर व पिस्टल के लाइसेंस ले रखे हैं। प्रदेश में 200 विधायकों में 70 से ज्यादा जनप्रतिनिधियों के पास हथियार मौजूद हैं। फिर भी जनप्रतिनिधियों को न जाने किन से खतरा है। वे अपने साथ हथियार रखना पसंद करते हैं।
इन मंत्रियों के पास है हथियार
शांति धारीवाल एक रिवॉल्वर व एक टोपीदार
प्रताप सिंह खाचरियावास :एक गन
उदयलाल आंजना: एक रिवॉल्वर व एक 12 बोर बंदूक
प्रमोद जैन भाया: 315 बोर बंदूक व एक रिवॉल्वर
महेन्द्रजीत सिंह मालवीया : देसी टोपीदार एक
रामलाल जाट एक रिवॉल्वर,व एक 12 बोर बंदूक
मुरारीलाल मीणा : एकपिस्टल
ममता भूपेश: एक पिस्टल
परसादीलाल मीणा : एक रिवॉल्वर व एक 12 बोर बंदूक
अर्जुन बामनिया एक 12 बोर
रमेश मीणाः एक रायफल व एक गन
प्रमुख भाजपा विधायक भी रखते हथियार
वसुंधरा राजे : एक 32 बोर राइफल
गुलाबचंद कटारिया :एक पिस्टल
राजेन्द्र राठौड़ : एक 315 बोर बंदूक व एक पिस्टल
नरपत सिंह राजवी राइफल, गन व पिस्टल