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बीकानेर.कोरोना काल के दौरान शराब ठेके बंद रहने से शराब कारोबारी माल नहीं उठा पाए। ठेकेदारों को घाटा हुआ, जिसके जे चलते ठेकेदार तय गारंटी के जे मुताबिक शराब उठा नहीं पाए। अब आबकारी विभाग की ओर से उन्हें एक ऐसा विचित्र ऑफर मिला है कि वे समझ नहीं पा रहे हैं कि यह छूट है या धमकी।

दरअसल,सरकार ने ठेकेदारों को पहले तिमाही का बकाया और वर्तमान स्टॉक को एक साथ उठाने की छूट दी है। हालांकि, आबकारी विभाग विभाग ने साथ ही यह भी कहा है कि या तो ठेकेदार बकाया

स्टॉक उठाएं, अन्यथा पैनल्टी भरें। विभाग के इसी रुख से ठेकेदार सशंकित हैं।

दे चुके हैं तीन-तीन महीने की राहत

सरकार ने शराब ठेकेदारों को घाटे से उबारने के लिए उन्हें बकाया स्टॉक को तीन महीने के भीतर उठाने की छूट दी लेकिन ठेकेदारों ने शराब नहीं उठाई। इसके बाद सरकार ने तीन से छह माह कर दिए, फिर भी ठेकेदार गारंटी के मुताबिक शराब नहीं उठा रहे हैं। एक शराब कारोबारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कोरोना काल के दौरान शराब बहुत कम बिकी थी।

सरकार अब स्टॉक उठाने का दबाव बना रही है। ठेकेदार तो मजबूर हैं। शराब उठाएंगे तो बेचेंगे कैसे और नहीं उठाई तो जुर्माना भरना होगा। दोनों ही सूरत में ठेकेदारों को नुकसान है।

मदिरा नहीं उठाई तो लगेगा जुर्माना

शराब ठेकेदारों को आरएमएल की गारंटी के बराबर की राशि की आईएमएफएल का उठाव करना होगा। उठाव नहीं करने वालों से नियमानुसार वसूली की जाएगी।

डॉ.भवानी सिंह राठौड़,जिला आबकारी अधिकारी

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