लूणकरनसर में नेशनल हाइवे पर मंगलवार दोपहर एसडीएम ऑफिस के पास ट्रक ने कार को पीछे से टक्कर मार दी, इससे अनियंत्रित हुई कार आगे चल रहे ट्रक से जा टकराई। हादसे में कार का अगला और पिछला हिस्सा टूट गया। शुक्र है कि इस हादसे में कार चालक को गंभीर चोट नहीं आई। लूणकरणसर से सूरतगढ़ की तरफ जा रही कार चालक ने लूणकरणसर कस्बे में उपखंड कार्यालय के सामने नेशनल हाइवे पर अचानक ओवरटेक करने का प्रयास किया जिससे पीछे चल रहे एक ट्रक ने चपेट में ले लिया। इससे कार अनियंत्रित होकर आगे चल रहे ट्रक से जा टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतना जबरदस्त था कि कार का अगला हिस्सा तो पूर्णरूप से क्षतिग्रस्त हो गया तथा कुछ हिस्सा तो आगे चल रहे ट्रक में फस गया।गनीमत रही कि हादसे में चालक बाल-बाल बच गए। हादसे के बाद पुलिस ने आस-पास के लोगों की मदद से क्षतिग्रस्त कार को क्रेन से हटवाया और आवागमन बहाल कराया।समाचार लिखे जाने तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ। पुलिस ने एक ट्रक व कार को पुलिस थाना लेकर गई।
सर्विस रोड़ वर्षों से अधुरी
लूणकरणसर कस्बे में आमजन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सर्विस रोड़ बननी थी लेकिन कम्पनी व स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते वर्षों से यह कार्य अधुरा है जिससे कस्बे में राष्ट्रीय राजमार्ग पर आएं दिन हो रही दुर्घटना में अनेक लोगों के घायल होने के साथ साथ जान भी गंवानी पड़ी है लेकिन कम्पनी आज भी मौन है।
सरकारी कार्यालयों का अतिक्रमण
राजमार्ग के दो लेन के समय पूर्व में बने उपखंड, पंचायत समिति, क्रय विक्रय सहकारी समिति, ब्लॉक शिक्षा,सार्वजनिक निर्माण विभाग, उपकोष कार्यालय, तहसील कार्यालय, कृषि विभाग समाजकल्याण, राजीव गांधी सेवा केन्द्र के साथ साथ अनेकों सरकारी कार्यालय राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने के चलते तहसील क्षेत्र के आमजन के साथ ही दिव्यांगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए एन एच आई ए ने ग्रामीणों की सुविधा के लिए कस्बे में राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर सर्विस रोड प्रस्तावित कर रखी है। राजमार्ग पर दोनो तरफ लगभग सौ-सौ मीटर की सड़कें लम्बे समय से अधूरी पड़ी है।
बुजुर्ग व बच्चे व दिव्यांगों को परेशानी
आमजन से जुड़े उपखंड स्तरीय सभी कार्यालय राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही बने हुएं है। ऐसे में इन कार्यालयों में आनेजाने वाले प्रतिदिन हजारों लोगों को पैदल ही राष्ट्रीय राजमार्ग सफर करने के लिए जाना पड़ता है। जिससे बुजुर्गों, बच्चों एवं दिव्यांगों को परेशानी अधिक झेलनी पड़ती है।
कंपनी की गलती भुगत रहे लोग
कस्बे में राजमार्ग स्थित सरकारी कार्यालयों में आने के लिए प्रस्तावित सर्विस रोड अधूरी होने के कारण उपखंड कार्यालय, तहसील, पंचायत समिति, कृषि विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, ब्लॉक शिक्षा,पंचायत समिति, जल ग्रहण, नरेगा, सार्वजनिक निर्माण विभाग, उपकोष कार्यालय,क्रय विक्रय सहकारी समिति आदि विभागों में आनेवाले प्रतिदिन हजारों लोगों को मजबूरन जान जोखिम में डालकर राजमार्ग पर ही पैदल चलना या पार करना पड़ता है। दो तरफ सर्विस रोड़ भी बन गई लेकिन दोनो तरफ ही सरकारी कार्यालयों के पास अधुरी होने से लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है।