जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 15 से 18 साल की आयु के किशोरों के लिये कोविड रोधी टीकाकरण शुरू किए जाने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया है.
गहलोत ने ट्वीट किया कि विशेषज्ञों की राय के अनुसार हमने कई दफा पत्र लिखकर प्रधानमंत्री से कोरोना टीके की ‘बूस्टर डोज’ (तीसरी खुराक) एवं बच्चों को टीका देने के संबंध में दिशा निर्देश जारी करने की मांग की. मुझे प्रसन्नता है कि आज हमारी मांग को स्वीकार कर प्रधानमंत्री ने ‘बूस्टर डोज’ एवं 15 साल से 18 साल तक के बच्चों के टीकाकरण की घोषणा की है.
मेरा विनम्र आग्रह है कि सभी लोग कोविड की गंभीरता समझकर वैक्सीनेशन करवायें और इस छुट्टियों के सीजन में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन सुनिश्चित करें।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 25, 2021
गहलोत के अनुसार, टीकाकरण व कोविड प्रोटोकॉल ही कोरोना वायरस से लड़ने का तरीका है. मेरा विनम्र आग्रह है कि सभी लोग कोरोना की गंभीरता समझ कर टीकाकरण करवाएं और छुट्टियों के इस सीजन में कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन सुनिश्चित करें.
विशेषज्ञों की राय के अनुसार हमने कई दफा पत्र लिखकर प्रधानमंत्री जी से कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज एवं बच्चों की वैक्सीन के संबंध में दिशा निर्देश जारी करने की मांग की।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की आशंकाओं और वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के देश में बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार रात को घोषणा की कि अगले साल तीन जनवरी से 15 से 18 साल की आयु के किशोरों के लिये टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा.
‘‘बूस्टर डोज’’ का जिक्र ना करते हुए, इसे ‘‘प्रीकॉशन डोज’’ का नाम दिया: साथ ही 10 जनवरी से स्वास्थ्य व अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों, अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष की आयु से ऊपर के लोगों को चिकित्सकों की सलाह पर एहतियात के तौर पर टीकों की तीसरी खुराक दिए जाने की शुरुआत की जाएगी. हालांकि उन्होंने ‘‘बूस्टर डोज’’ का जिक्र ना करते हुए, इसे ‘‘प्रीकॉशन डोज’’ का नाम दिया. इससे पहले गहलोत ने शनिवार को एक फिर प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि केंद्र सरकार कोरोना वायरस से बचाव के लिए ‘बूस्टर खुराक’ के बारे में जल्द फैसला करे.